दिल्ली: पद्म भूषण से सम्मानित उद्योगपति राहुल बजाज का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि वो लंबे वक्त से कैंसर से पीड़ित थे। उनके निधन की खबर आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया है। बजाज ग्रुप के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का जन्म 10 जून, 1938 को कोलकाता में मारवाड़ी बिजनेसमैन कमलनयन बजाज और सावित्री बजाज के घर हुआ था। बजाज और नेहरू परिवार में तीन पीढ़ियों से पारिवारिक दोस्ती चली आ रही थी। राहुल के पिता कमलनयन और इंदिरा गांधी कुछ समय एक ही स्कूल में पढ़े थे। राहुल बजाज अपनी बात को बेलाग तरीके से कहने के लिए जाने जाते थे। वर्ष 1965 में राहुल बजाज ने बजाज ग्रुप में पदभार ग्रहण किया था। उनके नेतृत्व में बजाज ग्रुप ने आसमान की ऊचाईयों को छुआ। कंपनी की टर्नओवर 7.2 करोड़ से 12 हजार करोड़ तक उन्होंने ने ही पहुंचाया। राहुल करीब 50 वर्षों तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे, साल 2005 में उन्होंने अपने बेटे राजीव को बजाज आटो का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाकर कंपनी की कमान सौंपी थी।



