
झाँसी एक तरफ जहां सत्ता में आने के लिए सभी पार्टीया किसानों की आय दुगनी, खेती को नया रूप देने के साथ किसानों को हर सुविधा उपलब्ध कराए जाने की बात करती है। तो वही सत्ता में आने के बाद उन्ही किसानों को हाशिये पर रख दिया जाता है।
कुछ यही देखने को मिल रहा है झाँसी ज़िले में जहाँ किसानों को अपनी फसल बोने के लिये खाद्य पाने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। और एसी में बैठे अधिकारी चेन की बंशी बजा रहे है।
किसान सहकारी समिति, सहित अन्य खाद्य केंद्रों पर किसानो की भीड़ कम होने का नाम नही ले रही है। यहाँ किसान सुबह से ही लाइन में खाद्य के लिए लग जाता है। ओर देर रात तक उसे खाली हाथ ही लौटना पड़ता है।
तो वही जिले के अधिकारी किसानों के प्रति अपना रवैया कठोर बनाये हुए है। और खाद्य की काला बाजारी का जमकर खेल भी खेला जा रहा है। जिससे कही न कही आगामी 2022 का चुनाव सत्ता धारी पार्टी के वोट बैंक पर काफी असर डाल सकता है।




