लखनऊ ( राजू ,स्टेट हेड ): भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिली सीख को आगे बढ़ाते हुए रविवार को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अहम राजनैतिक प्रस्तावों पर मंथन किया जाएगा। बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति तय होगी। विशेषकर पिछले चुनाव में जिन सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, उन पर अबकी जीत का फार्मूला खोजने पर जोर होगा। जीती हुई सीटों पर बढ़त बरकरार रखने के प्रयास भी तय होंगे।
पिछले चुनाव में भाजपा को सपा-बसपा के गठबंधन का सामना करना पड़ा था। अबकी विपक्ष के नए बनते-बिगड़ते समीकरणों की भी समीक्षा की जाएगी ताकि पार्टी का परचम लहराता रहे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक दिन पहले ही अगले वर्ष होने वाले लोकसभा के आम चुनाव की तैयारियों की शुरुआत पिछले चुनाव में हारी गाजीपुर लोकसभा सीट से कर चुके हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी के अनुसार रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में 700 आमंत्रित सदस्य प्रतिभाग करेंगे। इनमें उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल, कई केंद्रीय मंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी शामिल होंगे। एक दिवसीय बैठक के प्रथम सत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करेंगे। बैठक में आगे की कार्ययोजना व राजनैतिक प्रस्तावों पर विमर्श होगा। चौधरी का कहना है कि पांच फरवरी को जिला कार्यसमिति की और 12 फरवरी को सभी प्रखंड में कार्यसमिति की बैठकें होंगी।इससे पूर्व शुक्रवार देर शाम प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में कार्यसमिति की बैठक में प्रस्तुत होने वाले प्रस्तावों पर चर्चा कर उन्हें अंतिम रूप दिया गया। माना जा रहा है कि बैठक में सरकार की जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं के साथ ही जातीय समीकरणों पर भी विशेष जोर रहेगा।चौधरी ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण किसी राजनेता का भाषण नहीं, बल्कि एक युग वक्ता का भाषण था। उन्होंने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि पार्टी से ऊपर देश है। जो संकल्प करता है, वही इतिहास रचता है।



