गोरखपुर मंदिर हमला पर यूपी एटीएस की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है। इस दौरान अपर मुख्य सचिव गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि इसे आतंकी घटना कहा जा सकता है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि शाम लगभग सात बजे एक व्यक्ति मंदिर के गेट नंबर एक पर धारदार हथियार से हमला किया और धार्मिक नारे लगाए। प्रशांत कुमार ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर पहले से हमले का अलर्ट था। पुलिस की सतर्कता से हादसा टला दो जवानों को गंभीर चोटें आईं। बड़ी साजिश रची गई थी।

मंदिर में हमला करने वाला आरोपी
गोरखनाथ मंदिर में मुस्लिम युवक के हमला मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोपी के आईआईटी बॉम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद धार्मिक नारे लगाते हुए सुरक्षाकर्मियों पर हमले को गंभीरता से देखा जा रहा है। इस पूरे मामले में बदलती स्थिति को देखते हुए टेरर एंगल से भी जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है। यूपी सरकार ने इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (UP ATS) को दे दिया है। अब यूपी एटीएस ने इस पूरे घटनाक्रम के हर पहलू की जांच शुरू कर दी है। एटीएस की टीम गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुकी है। घटनास्थल का जायजा लिया गया है। इसके अलावा इस हमले की जांच के लिए एनआईए और आईबी भी लगी है। योगी सरकार ने इसकी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। एडीजी ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मामले की आतंकी एंगल से जांच शुरू कर दी गई है। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी के जवानों पर रविवार की देर शाम धारदार हथियार से हमला किया गया था। आरोपी ने पीएसी के दो जवानों को घायल भी कर दिया। हमलावार का नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। वह सिविल लाइंस में गोरखपुर के रहने वाले मुनीर अहमद का बेटा है। मुर्तजा के परिजन उसे मानसिक रूप से बीमार करार दे रहे हैं। इसके बाद भी धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर के भीतर तक घुसने और जवानों पर हमला मामले को गंभीरता से लिया गया है। हमलावर ने पीएसी के जवान से राइफल छीनने की कोशिश की थी। उसके पास से धार्मिक पुस्तक भी बरामद की गई है। इन तमाम मसलों ने शक को बढ़ा दिया है।




