
फ़िरोज़ाबाद. जिले के 50114 योजना के लाभार्थियों में से कुल 1969 अपात्र मिले हैं। इसमें कुछ 50 बीघा खेत के मालिक हैं, तो कुछ चार पहिया गाड़ी के मालिक हैं। कुछ सुरक्षा के लिहाज से लाइसेंसी बंदूक तक रखे हैं, इसके बाद भी पांच सौ रुपये वृद्धावस्था पेंशन ले रहे हैं।
शासन के निर्देश पर जिले में वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त कर रहे लाभार्थियों का समाज कल्याण विभाग ने सत्यापन कराया तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। गांव-गांव जाकर टीमों ने सर्वे किया तो जिले के 50114 योजना के लाभार्थियों में से कुल 1969 अपात्र मिले हैं। इसमें कुछ 50 बीघा खेत के मालिक हैं, तो कुछ चार पहिया गाड़ी के मालिक हैं। कुछ सुरक्षा के लिहाज से लाइसेंसी बंदूक तक रखे हैं, इसके बाद भी पांच सौ रुपये वृद्धावस्था पेंशन ले रहे हैं। जबकि कुछ वृद्धावस्था पेंशन की शर्तो को पूरा करते दिखाई नहीं दिए तो कुछ के मृत होने के बाद भी उनके बैंक एकाउंट में पेंशन की धनराशि दी जा रही है। विभाग ऐसे अपात्रों की सूची बना रहा है। इनके स्थानों पर नए पात्रों को शामिल किया जाएगा।
सदर ब्लॉक के ग्राम जलालपुर निवासी रामसेवक पुत्र के रेलवे में नौकरी लग जाने के बाद भी बैंक में वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान किया जा रहा था। विभाग ने शासन के निर्देश पर सत्यापन कराया तो हकीकत सामने आई। विभाग ने इनका नाम पेंशन योजना के लाभार्थियों से हटाने का निर्णय लिया है।
सदर ब्लॉक के ग्राम बिलेहना निवासी नरोत्तम सिंह के बैंक खाते में वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान विभाग के द्वारा किया जा रहा था। पिछले दिनों हुए पंचायत चुनाव के दौरान नरोत्तम सिंह ग्राम प्रधान बन गए। प्रधान का चुनाव जीतने के बाद नरोत्तम सिंह ने खुद ही वृद्धावस्था पेंशन से नाम कटवाने के लिए सत्यापन के दौरान जानकारी दी।
जसराना तहसील क्षेत्र के ग्राम दारापुर मिलावली निवासी वंशीलाल के बैंक खाते में वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान विभाग के द्वारा किया जा रहा था। तहसील की टीम जब सत्यापन को पहुंची तो घर में चार पहिया गाड़ी होने की जानकारी होने के बाद वंशीलाल का नाम विभाग ने काटने की तैयारी कर ली है।