महोबा और प्रयागराज में हुई घटनाओं को लेकर आप के प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता ने बोला सरकार पर हमला.

मामले में आरोपितों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग उठाई, कहा- दलित समाज नहीं भूलेगा अपमान.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में योगी के राज में दलितों का अपमान बढ़ा है। उनके उत्पीड़न और उन पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। अभी टप्पल में बरात चढ़ने से रोके जाने पर हुए अपमान से आहत दलित समाज के लोगों द्वारा घरों पर ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिखवाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि दलित उत्पीड़न के नए मामले सामने आ गए। महोबा में दलित बिरादरी की वर्तमान प्रधान को पंचायत की बैठक में कुर्सी से खींचकर जमीन पर बैठा दिया गया तो प्रयागराज में नए प्रधान द्वारा स्कूल में गंगा छिड़कवाकर शुद्धीकरण करा गया। मौजूदा सरकार में जिस तरह का अपमान दलित समाज के साथ हो रहा है, उसे वो कतई नहीं भूलेगा। आने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री को दलितों के साथ किए गए व्यवहार की कीमत चुकानी होगी। ये बातें रविवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहीं।
उन्होंने महोबा के नाथूपुरा गांव में हुई घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरनाक बताया। कहा कि संविधान में सभी को बराबर अधिकार मिला है। इसी अधिकार के दम पर जब एक दलित बिरादरी की बेटी ग्राम पंचायत की अगुवा बनकर सामने आती है तो कुछ लोग पचा नहीं पाते। योगी सरकार में ऐसे लोगों का दुस्साहस बढ़ गया है। सरकार दलितों को सुरक्षित माहौल मुहैया करा पाने में नाकाम है। प्रधान के पति ने जब पत्नी के साथ हुई हरकत का विरोध किया तो उसे भी खींचकर जमीन पर बैठा दिया गया, साथ ही उससे मारपीट और गालीगलौच भी की गई। ऐसा ही प्रयागराज की घटना में हुआ। हालांकि, यहां आरोपी वर्तमान प्रधान और पीडि़त पूर्व प्रधान था। चूंकि पूर्व प्रधान दलित बिरादरी के थे, इसलिए नए प्रधान ने उन्हें अपमानित कराने के लिए पंचायत की बैठक के लिए इस्तेमाल होने वाले स्कूल का शुद्धीकरण कराने का स्वांग रचा। इस तरह से उसने एक जिम्मेदार पद पर होते हुए लोकतांत्रिक व्यवस्था का उपहास उड़ाया है। ऐसे व्यक्ति का किसी भी संवैधानिक पद पर रहना समाज के लिए खतरनाक है। बाबा बेलखरनाथ ब्लॉक के ओझला ग्रामसभा के उक्त प्रधान के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। वैभव माहेश्वरी ने कहा कि आम आदमी पार्टी प्रदेश में दलितों के साथ हो रहे इस तरह के भेदभाव की भर्त्सना करती है, साथ ही उन्हें भरोसा दिलाती है कि पार्टी उनके साथ हर कदम पर खड़ी है। दोनों मामलों में अगर शीघ्र सरकार की ओर से कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो आम आदमी पार्टी दलितों के सम्मान में मैदान में उतरेगी।



