
एटा .में भोले भाले किसानों की जमीनों को व्याज के बदले रुपये देने के एवज में औने पौने रुपयों में किसानों की बेश कीमती जमीन गिरवी रखकर सूदखोर मालामाल हो रहे है और किसानों की बंधक जमीन को जबरन कब्जा कर रहे हैं। एक ऐसे ही मामले में एटा जनपद के जैथरा थाना छेत्र में सूदखोर के उत्पीड़न से तंग आकर उधार लिए रुपयों से दोगुना जमा करने के बाद भी अपनी जमीन गंवा चुके एक किसान ने खुद कुशी कर ली। इस मामले की रिपोर्ट मृतक किसान संतोष कुमार की पत्नी शीला देवी ने जैथरा थाना में तीन सूदखोरों के खिलाफ दर्ज कराई है।
वीओ1- मामला एटा जनपद के जैथरा थाना छेत्र के ग्राम उदय पूरा का है। ग्राम उदयपुरा के रहने वाले गरीब किसान संतोष कुमार ने कुछ वर्ष पूर्व सूदखोरी का काम करने वाले वीरेंद्र मिश्रा, अनुज मिश्रा, मनोज मिश्रा से खेती के लिए 45000 रुपये ब्याज पर लिए थे जिसके बंधक के रूप से सूदखोरों ने किसान की जमीन और उसके कागज रख ली थी। गरीब किसान से इन सूद खोरों ने धीरे धीरे 45000 रुपये के 90000 रुपये जमा करवा लिए और जब किसान अपना खेत वापस मांगने गया तो उसको भगा दिया और उसके खेत पर कब्जा कर लिया।उसके बाद दबंग सूदखोरों ने किसान को धमकाकर उसकी बंधक रखी जमीन का इकरारनामा अपने नाम करवा लिया।
इसके बाद 4 दिन पूर्व दबंग सूद खोरों ने उक्त किसान की जमीन पर जबरन कब्जा करके खेत जोत लिया।किसान विरोध करने पहुंचा तो उसको भयभीत करके भगा दिया। अपनी जमीन छिन जाने से किसान को बहुत बड़ा आघात लगा और वो परेशान और गुम शुम रहने लगा और अंत मे उक्त तीनों सूदखोरों की प्रताड़ना से परेशान होकर किसान संतोष कुमार ने 5 जून को विषाक्त पदार्थ खा कर आत्म हत्या कर ली।
किसान के आत्म हत्या कर लेने से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। मृतक किसान की पत्नी शीला देवी ने उक्त तीनों सूदखोरों के खिलाफ एटा जनपद के जैथरा थाने में आईपीसी की धारा 306, 447,504 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। घटना के बाद से ही तीनो सूद खोर फरार हैं।



