सीएम और उनकी सरकार न जाने कौन से नशे में फैसले लेती है।

अमेठी में ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाने वाले एक परिवार पर केस दर्ज होने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री योगी पर बोला हमला.
लखनऊ : अमेठी.में हृदयाघात से दम तोड़ने वाले व्यक्ति के परिवार ने ऑक्सीजन की कमी बताई तो सरकार ने उस पर मुकदमा दर्ज करा दिया। सरकार की ओर से आरोप लगाया गया कि उक्त परिवार ने ऑक्सीजन की कमी बताकर लोगों में भय का माहौल बनाया। जनता के खिलाफ इतनी तत्परता से एफआईआर दर्ज कराने का आदेश देने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बताएं कि जिनके परिवार में वास्तव में ऑक्सीजन की कमी से किसी की जान चली जा रही है वो किस पर मुकदमा दर्ज कराएं?
गुरुवार को जारी बयान में आम आदमी पार्टी के प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता एवं लखनऊ जिला अध्यक्ष वैभव माहेश्वरी ने यह सवाल पूछते हुए सरकार पर तंज किया। कहा कि यूपी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अजब गजब आदेश पर एक बार फिर दोहराता हूं कि सीएम और उनकी सरकार न जाने कौन से नशे में फैसले लेती है। अगर यह सत्ता का नशा है तो फिर मुख्यमंत्री को यह समझना होगा कि उन्हें आने वाले विधानसभा चुनाव में इसकी कीमत चुकानी होगी।
पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाने की जगह कोरोना महामारी में मुख्यमंत्री जनता को मुकदमों का भय दिखाकर यूपी की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का सच छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। इस सरकार में कभी ऑक्सीमीटर और पीपीई किट खरीद में घोटाला हो रहा है तो कभी कोरोना की फर्जी जांच करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। कभी मुख्यमंत्री खुद हजारों बेड बढ़ाने के झूठे दावे करते हैं तो कभी भरपूर ऑक्सीजन होने का भरोसा देते हैं, लेकिन वह ऐसी कोई सूची जारी नहीं करते जिससे उनकी बात पर भरोसा किया जा सके।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में अंत्येष्टि स्थल पर लाशों की कतारें उनके सारे दावों का सच सभी के आगे पेश कर रही हैं। मुख्यमंत्री को सच बोल कर जनता को भरोसे में लेकर इस संकट काल में सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करना चाहिए, लेकिन वह जनता को भय दिखाकर खामोश करने में लगे हुए हैं। इस समय प्रदेश की जनता को ऑक्सीजन की जरूरत है सरकार को अपनी ब्रांडिंग से ज्यादा जनता को ऑक्सीजन मुहैया कराने पर ध्यान देना चाहिए।