
नई दिल्ली देश मे जहाँ एक ओर कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां चल रही है वही दूसरी तरफ बरेली में कोरोना के सैम्पल्स को पैरों से कुचलकर नष्ट करने का मामला सामने आया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वही वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है।
जमीन पर बिखरी हुई कोरोना सैम्पल्स की वॉयल और कोरोना सैम्पल्स को पैरों से कुचलने की ये वीडियो बरेली के 300 बेड कोविड चिकित्सालय की है। जहां पर कोरोना के सैम्पल्स को नष्ट किया जा रहा है। ये सब करने वाला कोई और नही बल्कि अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डॉ सतीश चंद्रा और सैम्पलिंग प्रभारी डॉ सीपी सिंह है। डॉ सतीश चंद्रा पर एनआरएचएम घोटाले का आरोप है और उन्हें बिजनोर में निलंबित किया गया था। इस मामले में सीबीआई जांच में चल रही है। जिस वजह से सतीश चंद्रा को अधिकारी नही बनाया जा सकता है। उनसे केवल चिकित्सीय कार्य लिए जा सकते है लेकिन उसके बावजूद उन्हें 300 बेड हॉस्पिटल का प्रभारी बना दिया गया है।
वही इस मामले में सीएमओ डॉ बलवीर सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि ये सैम्पल्स के खाली डिब्बे है। इसमें कोई न कोई साजिस है। जिस वजह से साजिशकर्ता ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है। उनका कहना है कि डॉ सतीश चंद्रा और डॉ सीपी सिंह को वहां से हटाया जाएगा। इसके अलावा 300 बेड कोविड चिकित्सालय का प्रभारी एसीएमओ डॉ आरएन गिरी को बनाया गया है। वही इस मामले में एड़ी हेल्थ डॉ सुधीर गर्ग ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीएमओ से मामले की आख्या मांगी है जिसके बारे में सीएमओ का कहना है कि उन्हें एक सप्ताह बीतने के बाद भी अभी तक आख्या नही मिली है।
वही 300 बेड कोविड चिकित्सालय के प्रभारी और वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले डॉक्टर सतीश चंद्रा का कहना है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है उस बारे में उन्हें कोई जानकारी नही है। उन्होंने बताया कि खाली डिब्बे थे उन्हें हटाया गया था और ये सबकुछ एडी हेल्थ के सामने हुआ । अब देखना यह होगा कि नष्ट हुए सेम्पल कोविड के ओमिकरोन्न संक्रमितओ के थे तो बरेली में कोरोना कितनी गति से पैर पसारे गा और उसके ज़िम्मेदार कौन होगा?