
आगरा . ताज नगरी आगरा में कोरोना काल से बंद पड़ा ताजमहल सैलानियों के लिए खुल गया है। उधर ताजमहल खुलने से पहले ही पर्यटकों के लिए स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार की दुकानें भी खुल गयी हैं। ताजमहल से चंद कदम की दूरी पर स्थित एक मॉल में धड़ल्ले से ये धंधा चलाया जा रहा है। लड़कियों को सजा-धजा कर मॉडल्स की तरह कैटवॉक कराई जाती है। पसंद आने पर ग्राहक से दाम तय कर मसाज की आड़ में देह व्यापार का काम कराया जाता है।
जब हमारे संवाददाता ने ने पड़ताल कर जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की तो। हैरानी की बात यह है कि ऐसा तब हो रहा है जब तत्कालीन आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने सभी स्पा सेंटरों को बंद करवा दिया था। सेक्स रैकेट चलाने वाली रोशनी और उसके दस साथियों की गिरफ्तारी के बाद देह व्यापार के धंधे को पूरी तरह बंद होने का दावा किया गया था।
लेकिन ताजमहल खुलने के साथ ही जिस्म की ये मंडी भी फिर से सजने ओर सवारने लगी है। कुछ माह पूर्व एक नामी मॉल में स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का वीडियो भी शोशल मीडिया पर जमकर हुआ था वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस जांच करने के लिए भी पहुंची थी । लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही सूचना लीक हो गयी थी। ओर पुलिस जब तक वहां पहुची थी तो मसाज पार्लर पुलिस को बंद मिले। ताजमहल और लाल किला समेत तमाम ऐतिहासिक स्मारकों के कारण आगरा पर्यटन राजधानी माना जाता है। पर्यटकों की आमद के चलते यहां अराजक तत्व तमाम गलत कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं। आपको बताते चले कि अभी हाल ही में थाना ताजगंज के बसई चौकी के अंतर्गत दर्जन भर से अधिक मसाज पार्लर व ऐसे होटल संचालित है जिसमे सिर्फ जिस्म फरोशी का ही कार्य धड़ल्ले से कराया जा रहा है। जिसकी सूचना इलाकाई पुलिस को है। लेकिन इलाकाई पुलिस कार्यवाही की जहमत तक नही करती है।
ऑनलाइन शॉपिंग की तर्ज पर चल रहा जिस्मफरोशी का धंधा
आनलाइन शाॅपिग की तर्ज पर शहर में आनलाइन जिस्मफरोशी का धंधा पांव पसार रहा है। एस्काॅर्ट सर्विस के नाम से आनलाइन चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे में आन डिमांड लड़कियां मिल जाती हैं। इंटरनेट पर एस्काॅर्ट सर्विस के नाम से चल रहा यह धंधे से न जाने कितनी हाई प्रोफाइल लड़कियों के फोटो और उनके मोबाइल नंबर पड़े हुए हैं। जो युवकों को अपने जाल में फंसा रही हैं। वेबसाइट पर सैकड़ों लड़कियों के फोटो, प्रोफाइल और मोबाइल नंबर तक पड़े हुए हैं।
होटलों की आड़ में यह हाई प्रोफाइल आनलाइन जिस्मफरोशी तेजी से फलफूल रही है। पुलिस भी इसे रोकने में बेबस नजर आ रही है। साइबर सेल की पकड़ से बाहर ये आनलाइन काॅल गर्ल्स मोबाइल से लेकर इंटरनेट चलाने तक में माहिर हैं। वेबसाइट पर दिए नंबरों पर काॅल करने पर फोन उठाने वाला एक ही बात कहता है कि पेमेंटआनलाइन पेटीएम से होगा। लड़की होटल में ही भेजी जाएगी। आगरा के कई होटलों में छापे के दौरान इस तरह के सेक्स रैकेट पकड़े गए थे। पूछताछ में लड़कियों और युवकों ने बताया कि उनका पहले से कोई संपर्क नहीं था। वे आनलाइन पर डीलिंग होने के बाद ही एक-दूसरे के संपर्क में आए। उसी पर सौदेबाजी हुई। यानी मुख्य सूत्रधार पुलिस की गिरफ्त से दूर हो जाता है।
समाज में फैले इस जहर को दूर करने के लिए पुलिस भले ही कितने प्रयास करें, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। आगरा के रेडलाइट एरिया से निकली सेक्सवर्कर भी अब आनलाइन हो गई हैं। आगरा का रेड लाइट एरिया कश्मीरी बाजार बंद हुआ तो यहां की सेक्स वर्करों ने अपने ठिकाने आगरा की पाॅश कालोनियों में बना लिए। कालोनी में आसपास किसी को पता नहीं चले, इसलिए धंधे को भी आनलाइन कर लिया। वाट्सऐप ग्रुप और अन्य वेबसाइटों के माध्यम से धंधा जारी है।
आगरा में पकड़े गए कई हाईफाई रैकेट
आगरा में पिछले आठ से दस महीने में एक दर्जन से अधिक सेक्स रैकेट पुलिस ने पकड़े। जिनकी डीलिंग आनलाइन हो रही थी। वाटसअप पर लड़किया पसंद की जा रही थी। इसके बाद होटलों में जिस्मफरोशी की जा रही थी।
पुलिस के लिए मुख्य आरोपी तक पहुंचना बना सिरदर्दी
पुलिस के लिए आनलाइन जिस्मफरोशी का धंधा सिरदर्दी बना हुआ है। पुलिस स्थानीय मुखबिर की सूचना पर होटल में छापेमारी कर सेक्स रैकेट तो पकड़ रही है, लेकिन इसके पीछे हाथ किसका है कौन इसको संचालित कर रहा है। वहां तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही। यहां तक कि जिन मोबाइल नंबरों से जिस्मफरोशी के लिए लड़कियों को भेजा जाता है, उन नंबरों पर फोन करने पर वे बंद आते हैं। कुछ मिलाकर जिस्मफरोशी के इस आनलाइन धंधे में उनके आकाओं तक पहुंचना पुलिस के लिए मुश्किल बन गया है।




