उत्तर प्रदेश गोरखपुर

गोरखपुर: कमिश्नर ने जीडीए के सभी अभियंताओं को चेताया, कहा- इमारत बनने के बाद नहीं, नींव पड़ते ही जांचे मानचित्र

डीएनएम न्यूज़ नेटवर्क
डीएनएम न्यूज़ नेटवर्क

 

गोरखपुर. कमिश्नर ने कहा- अपने क्षेत्र में निरंतर करते रहें भ्रमण। कालोनियों में मूलभूत सुविधाओं से जुड़े कामों की 15 दिन में रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया।

कमिश्नर व गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के अध्यक्ष रवि कुमार एनजी ने मानचित्र को लेकर अभियंताओं की तरफ से की जाने वाली लापरवाही पर रोक लगाने के लिए सख्ती की है। उन्होंने बुधवार को प्राधिकरण के कामों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने दो टूक शब्दों में चेताया कि मानचित्र की जांच इमारत खड़ी हो जाने के बाद नहीं, बल्कि नींव पड़ने पर ही कर लें। बिना मानचित्र स्वीकृति के कोई इमारत तैयार हो गई तो उसके लिए संबंधित अभियंता की जवाबदेही तय की जाएगी।

बता दें कि पिछले साल ही प्रदेश के सभी प्राधिकरणों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मानचित्र को लेकर अभियंताओं की मनमानी और धनउगाही पर कड़ी नाराजगी जताई थी। उन्होंने भी कहा था कि जब इमारत बनती है तो अभियंता कोई कार्रवाई नहीं करते और जैसे ही निर्माण पूरा होता है, नोटिस आदि भेजने का सिलसिला शुरू हो जाता है।

गोरखपुर प्राधिकरण में भी मानचित्र से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें रहती हैं। मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद भी अभियंताओं की कार्यप्रणाली में बहुत बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है। बिना मानचित्र स्वीकृति के खड़ी पूरी इमारतों को छोड़ मानचित्र में थोड़ी अनदेखी करने वालों को नोटिस थमा दिया जाता है। ज्यादातर निर्माण कार्य जब छत तक पहुंच जाता है तो अभियंता पूछताछ करने पहुंचते हैं।

कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने इस खेल को भांपकर बुधवार को अभियंताओं को हिदायत दी कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रहें और निर्माण कार्य शुरू होते ही जांच करें कि संबंधित ने मानचित्र स्वीकृत कराया है या नहीं।  इसी तरह कमिश्नर ने निर्देश दिया कि प्राधिकरण की कालोनियों में अधूरे पड़े जनहित वाले कामों की 15 दिन में रिपोर्ट तैयार कर उन्हें उपलब्ध कराई जाए। बैठक के दौरान उपाध्यक्ष आशीष कुमार, सचिव राम सिंह गौतम, मुख्य अभियंता पीपी सिंह आदि मौजूद रहे।