
कासगंज. देश भर के साथ भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मौर्चा के आहवान पर आज सासंद के आवास का घेराव कर कृषि कानून की प्रतियां जलाने का निर्धारित कार्यक्रम तय था, लेकिन कासगंज में पुलिस प्रशासन ने भाकियू स्वराज गुट के कार्यकर्ताओं को सासंद के आवास पर नहीं जाने दिया।जिससे भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय ने भाजपा सांसद और उनके प्रतिनिधि को गुर्गे बताकर दंगा कराने का आरोप लगया है।
आपको बता दें कि आज शनिवार को पूरे देश में कृषि कानून के विरोध को लेकर भारतीय किसान यूनियन के संयुक्त मौर्चा की देखरेख में सासंद के आवास का घेराव कर कृषि कानून की प्रतियां जलाने का कार्यक्रम निर्धारित था, लेकिन कासगंज जिला प्रशासन ने भारतीय किसान यूनियन स्वराज गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय के नेतृत्व सैकडो कार्यकर्ताओं को सांसद के आवास पहुंचने से पूर्व ही नहर पर कार्यकर्ताओ को रोक लिया।इस दौरान किसान नेता और पुलिस के बीच काफी नोकझोंक हुई।कार्यकर्ताओ ने जमकर सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।अंतय: किसान नेताओ को नहर पर ही कृषि कानून का पुरजोर विरोध जताया।
भाकियू स्वराज गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय ने बताया कि पूरे देश में कृषि कानून बिल की प्रतियां सांसद और विधायको के आवास पर जलाई जा रही हैं , लेकिन एडशिनल एसपी और यहां के सांसद हैं उन्होंने अपने गुर्गो भारतीय किसान यूनियन की नीली टाँपी लगाकर और अपने प्रतिनिधि को शामिल कराकर अराजकता फैलाना चाह रहे थे, शहर में दंगा कराना चाह रहे थे, किसान आंदोलन को बदनाम कराना चाहते थे, इसी रणनीति के तहत प्रशासन का साथ देते हुए प्रशासन के आग्रह पर कार्यक्रम को जारी रखा है, कृषि कानून की प्रतियों को जलाया है। और सरकार तक संदेश देने का काम किया है।



