आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्षए वरिष्ठ शिया धर्मगुरुए शिक्षाविद एवं एकता के प्रतीक डॉ कल्बे सादिक़ का निधन हो गया।लंबे समय से चल रहे थे बिमार बीते दिने सांस लेने में दिक्कत और निमोनिया के चलते हुए थे एरा मेडिलक कॉलेज में भर्ती
एरा मेडिकल कॉलेज में 10 बजे ली अंतिम सांस बेटे सिब्तैन नूरी ने दी डॉ कल्बे सादिक़ के निधन की सुचना जैसे आई देश और प्रदेश में शोक की लहर छा गई बड़ी तादात में मौलाना कल्बे सादिक के चाहने वाले पहुंचने लगे।बड़ी संख्या में मौलानाओ और हर धर्म के लोग पहुंचने लगे।
मौलाना कल्बे सादिक जिन्होंने कहा था कि हाथ में बंदूक थामकर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है। बेगुनाहों के खून से हाथ लाल करने वाले इस्लाम को मानने वाले नहीं हो सकते। वह कहते थे कि किसी भी किस्म के आतंकवाद का वास्ता किसी भी मजहब से नहीं हो सकता।देश में तीन तलाक का मामला हो या नागरिकता संशोधन कानून का। उन्होंने सरकारों के खिलाफ बेबाक तरीके से नाराजगी जताई और अपनी बिमारी की हालत में घंटा घर पर हो रहे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया।हालांकि उन्हीं के पुत्र ने नागरिकता संशोधन कानून पर विरोध किया तो उस पर मुकदमा हो गया।



