
आगरा.फतेहपुर सीकरी सीट से भाजपा के पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल देर रात से कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गए हैं
मामला पंचायत चुनाव से जुड़ा हुआ है दरअसल वार्ड संख्या 20 से चौधरी बाबूलाल की पुत्रवधू पंचायत सदस्य के पद पर चुनाव मैदान में खड़ी थी
चौधरी बाबूलाल का आरोप है मतगणना के दौरान उन्हें विजयी घोषित कर घर भेज दिया गया था और उसके बाद 2 दिन तक प्रमाण पत्र नहीं दिया गया .
आज शाम प्रमाण पत्र जारी किया गया तो उसमें बसपा उम्मीदवार को विजयी घोषित किया गया .
जिला प्रशासन के साथ साथ इस साजिश में फतेहपुर सीकरी के वर्तमान भाजपा सांसद राजकुमार चाहर, फतेहपुर सीकरी विधानसभा से विधायक और राज्यमंत्री चौधरी उदयभान और जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार बबीता चौहान के पति जितेन्द्र चौहान शामिल है उन्होंने पूरे मामले पर मुख्यमंत्री, संगठन मंत्री सुनील बंसल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव से बात की है उनका साफ कहना है अगर उनके साथ न्याय नहीं हुुुआ… तो वह पार्टी में नहीं रहेंगे …पार्टी बार-बार उनके साथ झूठे वादे करके वादाखिलाफी कर रही है ऐसे में वह अपने समर्थकों की एक पंचायत बुलाएंगे और फिर किसी और जगह अपना राजनीतिक भविष्य देखेंगे ..
चौधरी बाबूलाल नाराजगी भारतीय जनता पार्टी को भारी पड़ सकती है..
चौधरी बाबूलाल नेे फतेहपुर सीकरी इलाके से विधायक से लेकर सांसद तक का सफर तय किया है और नौहवार जाटों में अच्छी पकड़ रखते हैं.
. जिला प्रशासन पर भी चौधरी बाबूलाल समेत अन्य प्रधान प्रत्याशियों ने भी मतगणना में हेरफेर करने का आरोप लगाया है एक प्रधान प्रत्याशी को तो हारने के बाद फर्जी मुकदमा कर जेल भी भेज दिया है गया देर रात तक कलेक्ट्रेट परिसर में चौधरी बाबूलाल अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए थे और प्रदेश पार्टी पदाधिकारियों के फोन का इंतजार कर रहे थे…. पूरे घटनाक्रम का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि जिस बसपा प्रत्याशी मुरारीलाल को जिला प्रशासन ने विजेता घोषित किया है उसने दो दिन पहले ही अपनी हार का आरोप चौधरी बाबूूूलाल पर लगाया था
उसकेे इन आरोपों का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है.. ऐसे में सच्चाई सामने आना बेहद दिलचस्प होगा.


