
शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा घर उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले गणेश यादव आर्मी जवान थे और उनकी तैनाती लेह में थी। 24 फरवरी देर शाम को आर्मी जवान गणेश यादव की अचानक मौत हो गई । गणेश की मौत की ख़बर जैसे परिजनों और इलाके के लोगो को लगा तो परिवार सहित पूरे इलाके में शोक की लहर फैल गई । घटना जानकारी होने पर गांव वाले गणेश के घर पहुँच कर परिवार को सांत्वना देने का काम कर रहे है । गांव वाले अपने इस बेटे की मौत को सहादत बता कर ग़ैरवशाली होने की बात कर रहे है । क्योकि लेह जैसे दुर्गम इलाके में रहते हुए देश की सीमाओं को सुरक्षा करते हुये मौत को गले लगा लिया भले ही मौत की वजह कोई हो। लेकिन मौत तो देश की सीमा की रक्षा करते ही हुवा है ।
जवान का पार्थिव शरीर आज पैतृक घर पहुँचा तो पूरे इलाके में जयघोष का नारा लगाते हुए तिरंगा यात्रा निकाला ताबूत में अपने पति का शव देखते परिवार वालो सहित उमड़े जन सैलाब की भीड़ की आँखे नम हो गई। प्रदेश सरकार के मंत्री दारा सिंह चौहान जवान के घर पहुँचे । श्रधंजलि दिया सरकार की तरफ से पचास लाख का चेक दिया , साथ हीं परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया शहीद के नाम पर सड़क बनाने वादा किया है। पहुँची भीड़ नें भारत माता के जयघोष का नारा लगाया तो पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा लगाया।
बता दें कि गणेश यादव मऊ जिले के हलधरपुर थाना क्षेत्र के चकरा गांव के रहने वाले हैं 2002 में आर्मी के 285 मीडियम रेजिमेंट भर्ती हुए थे इन दिनों उनकी तैनाती लेह में थी। मौत होने की खबर से पूरा इलाका शोक में डूब गया । गणेश यादव का एक भाई है जो मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता है । गणेश की माता का निधन चार वर्ष पहले ही हो चुका है । दो बच्चे है एक बेटी और बेटा। बेटी का नाम आशमा एयर बेटे का नाम आकाश यादव है । गांव के ही प्राथमिक स्कूल से प्रारम्भिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय से हुई । हाइस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पब्बर इंटर कालेज औराई कला बलिया से हुई। गणेश के पिता विश्वनाथ यादव मजदूरी का काम करते है।
गणेश के पिता ने बेटे की शहादत पर नाज है और गर्व भी कहा कि आगे भी वो अपने बच्चों को सेना में भर्ती करा कर देश की सेवा में भेजने का काम करेंगे।
गणेश के दोस्तो ने भी अपने इस मित्र की मौत बता कर उसके शहादत पर फुट फुट कर रोया तो साथ ही कहा कि हमे गर्व है अपने दोस्त पर की कम समय मे उसने इतिहास में अपना नाम लिख दिया।
गणेश बेटे बेटी अभी छोटी उम्र के है पिता के बारे में कहा वो हमेशा हम लोगो को एक अच्छा इंसान बनने के लिए बोलते थे।


