उत्तर प्रदेश लखनऊ

बच्चों के यौन शोषण में जेई रामभवन व पत्नी के खिलाफ सीबीआई ने दाखिल किया आरोप पत्र

 

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बच्चों के यौन शोषण के आरोपी राम भवन और उसकी पत्नी दुर्गावती के खिलाफ शुक्रवार को बांदा जिले की स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। राम भवन चित्रकूट जिले का रहने वाला है और सिंचाई विभाग में अवर अभियंता (जेई) के पद पर कार्यरत था।

राम भवन एवं अन्य अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध सीबीआई ने 31 अक्तूबर 2020 को मुकदमा दर्ज किया था। राम भवन पर बांदा व चित्रकूट समेत आसपास के अन्य जिलों में बच्चों का यौन शोषण करने का आरोप था। ऑनलाइन बाल यौन उत्पीड़न के मामलों को देख रही सीबीआई की नवगठित विशेष इकाई इंटरनेट पर बाल अश्लील सामग्री डालने वाले लोगों पर नजर रख रही थी। इसी इकाई ने राम भवन को बांदा से गिरफ्तार किया था। बाद में उसकी पत्नी दुर्गावती को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इस कुकृत्य में वह अपने पति का सहयोग कर रही थी। सीबीआई ने आरोप पत्र में चार से 22 वर्ष तक की आयु के पुरुष पीड़ितों के बयानों, पीड़ितों व अभियुक्तों की मेडिकल व फोरेंसिक जांच और अन्य डिजिटल साक्ष्यों को शामिल किया है।

इससे पहले सीबीआई ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों के घर की तलाशी भी ली थी। तलाशी में आठ लाख रुपये नकद, मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब-कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस (पेन ड्राइव-मेमोरी कार्ड) के अलावा कई सेक्स ट्वायज भी मिले थे। आरोपियों ने नाबालिग बच्चों को लुभाने के लिए इन इलेक्ट्रॉनिक सामानों और गैजेट्स का इस्तेमाल किया था। राम भवन के ईमेलों की जांच से पता चला था कि वह बाल यौन शोषण सामग्री साझा करने के उद्देश्य से कई भारतीय व विदेशी नागरिकों) के संपर्क में था। वह इंटरनेट पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों और वेबसाइटों का उपयोग करते हुए डार्कनेट आदि के माध्यम से बड़ी मात्रा में बाल यौन उत्पीड़न सामग्री का निर्माण करके उसे साझा करता था। अन्य आरोपियों की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है।