लखनऊ ( DNM DIGITAL): उत्तर प्रदेश की सियासत डीएनए सियासत गरमा गई है।डीएनए शब्द को लेकर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पहले भी एक दूसरे के खिलाफ निशाना साधते रहे हैं।एक बार फिर दोनों ही दलों के बीच डीएनए वार छिड़ गया है।उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सपा और पार्टी मुखिया अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है।बृजेश पाठक ने कहा कि सपा का जन्म ही मुस्लिम तुष्टिकरण के डीएनए के साथ हुआ है।अखिलेश यादव की पूरी राजनीति का मूल मुस्लिम तुष्टिकरण ही है।बृजेश पाठक ने अखिलेश यादव पर आपा खोना का भी आरोप लगाया है।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि डीएनए में खराबी से हमारा मतलब किसी व्यक्ति विशेष से नहीं,बल्कि आपकी पार्टी की राजनीतिक सोच से है। डीएनए में खराबी का मतलब यह है कि आपकी पार्टी की राजनीति की बुनियाद ही जातिवाद और तुष्टीकरण पर टिकी रही है। समाजवादी पार्टी ने कभी सबका साथ-सबका विकास की बात की ही नहीं।आपकी प्राथमिकता हमेशा वोटबैंक की राजनीति रही है, नीतियों और आदर्शों से आपका दूर दूर तक लेना देना नहीं रहा है।
बृजेश पाठक ने कहा कि आपकी पार्टी का डीएनए तो दलितों के भी खिलाफ रहा है। सपा के शासनकाल में बार-बार देखा गया कि दलितों के अधिकारों को कुचला गया,उन्हें राजनीतिक रूप से हाशिए पर रखा गया और उनके साथ अन्याय की घटनाओं में वृद्धि हुई। यह सिर्फ प्रशासनिक विफलता नहीं, बल्कि एक गहरी राजनीतिक मानसिकता को दर्शाता है। इसलिए जब हम कहते हैं कि सपा के डीएनए में ख़राबी है तो हमारा सीधा मतलब है कि यह पार्टी सत्ता के लिए समाज को बांटने में यक़ीन रखती है। जाति, धर्म और वर्ग को देख कर राजनीति करती है।
बता दें कि इससे पहले सपा ने सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बयान के बाद उनके खिलाफ कथित आपत्तिजनक पोस्ट की थी। बरहाल सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्होंने अपने लोगों से कहा है कि ऐसा दोबारा न हो।अखिलेश यादव ने ये भी उम्मीद जताई थी कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक इस तरह के बयान देना बंद कर देंगे।