अयोध्या ( DNM NETWORK): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ आज रामनगरी अयोध्या में मौजूद रहे. 11 नवंबर को होने वाले भव्य दीपोत्सव से पहले कैबिनेट बैठक का आज अयोध्या मे की गई। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या स्थित राम कथा पार्क पहुंचे। उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। इसके बाद श्री राम जन्मभूमि परिसर का पूजन एवं श्री रामलला विराजमान मंदिर में दर्शन एवं पूजन किया। मुख्यमंत्री के साथ सरकार के मंत्रियो ने दीपोत्सव की तैयारियों काजायजा भी लिया। कैबिनेट बैठक में सरकार के दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे। मुख्य सचिव सहित सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव एवं प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे।

अयोध्या में हुई कैबिनेट बैठक में सरकार आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रामनगरी से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार दे दी है । अयोध्या सहित प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों के जरिये धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देने वाले प्रस्तावों पर मुहर लगी है।
कैबिनेट बैठक में अयोध्या जी तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के गठन को मंजूरी मिली है। परिषद के गठन के लिए श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2023 को विधानमंडल में प्रस्तुत करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है।अयोध्या के माझा जमथरा गांव में 25 एकड़ भूमि पर भारतीय मंदिर वास्तुकला संग्रहालय की स्थापना के प्रस्ताव पर भी मुहर लगी है। इसके लिए 25 एकड़ भूमि पर्यटन विभाग को निशुल्क हस्तांतरित देने का प्रस्ताव भी मंजूर किया गया है। अयोध्या में स्थित अयोध्या शोध संस्थान को अंतरराष्ट्रीय अयोध्या रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।

इसी प्रकार देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद का प्रस्ताव मंजूर किया गया है। परिषद गठन के लिए लिए उत्तर प्रदेश प्रदेश श्री देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2023 को विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में पेश करने का प्रस्ताव भी मंजूर किया गया है।
शुक्रताल धार्मिक तीर्थ विकास परिषद के गठन के प्रस्ताव को भी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। उत्तर प्रदेश शुक्रताल धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2023 को विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में पेश करने का प्रस्ताव भी मंजूर किया गया है।

विधानमंडल का शीतकालीन सत्र का 28 नवंबर से आयोजन किया जाएगा। सरकार अनुपूरक बजट पेश करने के साथ अन्य कई विधेयक भी पेश करेगी। कैबिनेट बैठक में विधानमंडल के सत्र आहूत करने का प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है।
सरकार सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे के तहत अयोध्या में प्रतिवर्ष होने वाले मकर संक्रांति और बसंत पंचमी मेले, बुलंदशहर के अनूपशहर में होने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले और हाथरस के लक्खी मेला श्री दाऊजी महाराज के प्रांतीयकरण को मंजूरी दी गई है। इसके बाद इन मेलों की व्यवस्था में होने वाले खर्च को सरकार वहन करेगी। मेले की व्यवस्था नगरीय विकास विभाग के स्तर से की जाएगी।

बता दे इससे पहले वर्ष 2019 में प्रयागराज में भी कैबिनेट की बैठक की गयी थी. उसी श्रृंखला में अयोध्या में रामलला की जन्मस्थली पर कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई,अयोध्या में प्रदेश कैबिनेट की बैठक आयोजित करने के लिए 9 नवंबर की तिथि का चयन इस तथ्य को देखते हुए महत्वपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने साल 2019 में इसी तारीख को अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाला फैसला सुनाया था. इसके अलावा 9 नवंबर 1989 को विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर की पहली आधारशिला रखी थी. आमतौर पर उत्तर प्रदेश में कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक राजधानी लखनऊ में मंगलवार को होती है, लेकिन इस बार गुरुवार को अयोध्या में बैठक का आयोजन किया गया है,





