गुरुवार की सुबह भी ताजनगरी कोहरे के आगोश में रही, रात से शुरू हुआ कोहरा सुबह घना हो गया। दृश्यता बेहद कम 100 मीटर तक ही रही। सुबह जब सैलानी ताजमहल पहुंचे तो रॉयल गेट से ताजमहल कोहरे के कारण नजर ही नहीं आया। कई सैलानी ऐसे रहे जो एएसआई कर्मचारियों से रॉयल गेट पर ताजमहल का रास्ता पूछते नजर आए। सेंट्रल टैंक पर पहुंचने पर ताज महल कोहरे की चादर से हल्का सा झांकता हुआ नजर आया। जैसे जैसे धूप खिलती गई, वैसे वैसे कोहरा हल्का हुआ और ताजमहल का अक्श नजर आने लगा।





