भाजपा ने सरोजनी नगर से विधायक और योगी सरकार में महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह का टिकट काट दिया है। वहीं विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की भी उम्र 75 वर्ष से अधिक होने के कारण उनका टिकट कट गया है। प्रदेश के विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक की सीट बदलकर लखनऊ मध्य की जगह लखनऊ कैंट से उम्मीदवार घोषित किया है। लंबे इंतजार के बाद भाजपा ने मंगलवार रात 17 प्रत्याशियों की सूची घोषित कर लखनऊ की सभी नौ सीटों से उम्मीदवार मैदान में उतार दिए।
2017 में भाजपा ने लखनऊ जिले की 9 में से आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2022 में भी इस जीत को बरकरार रखने के लिए पार्टी को जातीय समीकरण के हिसाब से प्रत्याशी चयन में काफी मशक्कत करनी पड़ी। मंगलवार दोपहर सपा की ओर से लखनऊ के प्रत्याशी घोषित करने के बाद शाम को दिल्ली में भाजपा कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई। कोर कमेटी में जातीय समीकरण साधते हुए प्रत्याशी चयन पर मोहर लगाई गई।
प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल को उनकी मौजूदा सीट लखनऊ पूर्व से फिर मैदान में उतारा गया है। लखनऊ उत्तर से मौजूदा विधायक नीरज बोरा को भी दूसरी बार मौका दिया है। चित्रकूट से प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को टिकट दिया है। प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक रहे राज राजेश्वर सिंह का सोमवार को इस्तीफा स्वीकार हुआ था। मंगलवार को भाजपा ने उन्हें सरोजनी नगर सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। महिलाबाद से केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर की पत्नी जय देवी को फिर उम्मीदवार घोषित किया है।
जबकि बक्शी का तालाब से विधायक अविनाश त्रिवेदी का टिकट काटा गया है। केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर अविनाश त्रिवेदी का विरोध कर रहे थे। लखनऊ कैंट से विधायक सुरेश श्रीवास्तव का टिकट काटकर यहां से विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है।
लखनऊ में दो ब्राह्मण, दो वैश्य, एक ठाकुर, एक कायस्थ, दो पासी और एक खत्री समाज के उम्मीदवार को मौका दिया है। लखनऊ की नौ सीटों में भाजपा ने बक्शी का तालाब और लखनऊ कैंट में ब्राह्णण, लखनऊ उत्तर और लखनऊ मध्य में वैश्य, लखनऊ पूर्व में खत्री, सरोजनी नगर में ठाकुर, लखनऊ पश्चिम में कायस्थ, महिलाबाद और मोहनलालगंज में पासी समाज को टिकट दिया है।





