लखनऊ ( DNM NETWORK):प्रदेश में सुदृढ़ कानून व्यवस्था के लिये संकल्पित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये है कि मा0 न्यायालय परिसरों की और अधिक बेहतर सुरक्षा हेतु निर्गत निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिये है कि मा0 न्यायालय परिसरों की सुरक्षा हेतु यथाशीघ्र जिला न्यायाधीशों की अध्यक्षता में बार के सदस्यों के साथ बैठक आयोजित कराकर स्थानीय स्तर पर सुरक्षा हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करा ली जाय। मा0 न्यायालय परिसर मे किसी भी व्यक्ति को आग्नेय शस्त्र लेकर प्रवेश न किये जाने के आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। मा0 जनपद न्यायाधीशों से वार्ता/समन्वय कर अधीनस्थ न्यायालयों को ’’द आर्म्स रूल 2016’’ के नियम 46 के अन्तर्गत अग्न्यायुध मुक्त क्षेत्र घोषित किये जाने के सम्बन्ध मंे तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाय। मा0 उच्च न्यायालय प्रयागराज एवं लखनऊ खण्ड पीठ में भी और अधिक आवश्यकतानुसार बेहतर सुरक्षा व्यवस्था हेतु रजिस्ट्रार जनरल के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करायी जाय।
प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद आज योजना भवन के वीडियों कान्फ्रेसिंग कक्ष से पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार के साथ मण्डल/जनपद स्तरीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को मा0 न्यायालय परिसर की सुरक्षा एवं बेहतर कानून व्यवस्था हेतु दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाय कि भविष्य में किसी भी न्यायालय परिसर कोई भी अप्रिय घटना कतई घटित न होने पाये। उन्होंने कहा कि जिला न्यायालयों की सुरक्षा हेतु राज्य सरकार द्वारा एस0ओ0पी0 बनाई गई है। प्रदेश के जनपदीय न्यायालयों में 71 सुरक्षा प्रभारी निरीक्षक/उपनिरीक्षक, 22 निरीक्षक, 240 उपनिरीक्षक, 522 मुख्य आरक्षी और 1772 आरक्षी नियुक्त है। इसके अलावा क्यू0आर0टी0 भी लगायी गयी है जिनमें 60 उपनिरीक्षक, 112 मुख्य आरक्षी और 256 आरक्षी नियुक्त है।
प्रमुख सचिव गृह ने यह निर्देश भी दिये है कि न्यायालय परिसर में सुरक्षा हेतु लगाये गये उपकरणों की क्रियाशीलता का नियमित रूप से जांच अवश्य करायी जाय। उन्होंने कहा कि जाचोपरान्त यदि कोई भी उपकरण खराब पाये जाने पर उसको तत्काल ठीक/चेंज कराया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि बार के सदस्यों के साथ बेहतर सुरक्षा हेतु बैठक कर वादकारियों, वकीलों एवं आने जाने वाले व्यक्तियों की नियमित जांच करायी जाने की व्यवस्था भी सुचारू रूप से सुनिश्चित करायी जाय ताकि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति कतई न्यायालय परिसर में प्रवेश न करने पाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जनपद न्यायालय, जहां न्यायालय परिसर मे सीसीटीवी कैमरे अधिष्ठापित न हो वहां न्यायालय कक्ष के अतिरिक्त न्यायालय परिसर में भी सीसीटीवी कैमरे अधिष्ठापन प्राथमिकता से कराया जाय। उन्होंने यह निर्देश भी दिये कि न्यायालय परिसर में लगे उपकरणों का बेहतर उपयोग हेतु उपकरणों की नियमित चेकिंग के साथ-साथ प्रशिक्षित कर्मी तैनात किये जाय।
पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि सावन मेला, जगन्नाथ रथ यात्रा, मोर्हरम, बकरीद आदि पर्वो के दृष्टिगत रखते हुए स्थानीय स्तर पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने हेतु गठित शांति कमेटियों के साथ बैठके समय से अवश्य आयोजित करा ली जाय। उन्होंने कहा कि न तो सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी देने की कतई अनुमति न दी जाय और न ही परम्परा से हट कर किसी भी प्रकार के जानवर की कुर्बानी दी जाय।
विशेष पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था,प्रशान्त कुमार ने कहा कि दर्ज एफ0आई0आर0 की विवेचना निष्पक्ष रूप से यथाशीघ्र कराकर दोषी व्यक्तियों को नियमानुसार दण्डित कराने हेतु मा0 न्यायालय से निरन्तर प्रभावी पैरवी सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि आगाती पर्वो को दृष्टिगत रखते हुए आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक्तानुसार रूट डायवर्जन का प्लान समय से तैयार करा लिया जाय ताकि किसी भी नागरिक को आवागमन में असुविधा न हो





