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Good News : एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग) सेक्टर में खुलेगा रोजगार का बड़ा रास्ता

लखनऊ(सुमित श्रीवास्तव ,संवाददाता): ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के उपरांत एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग) सेक्टर में रोजगार का बड़ा रास्ता खुलने जा रहा है। समिट में इस सेक्टर में 8,829 एमओयू (समझौता ज्ञापन) के जरिए 1.37 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं। जिनके धरातल पर उतरने पर लगभग 18 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। खास बात यह है कि एमएसएमई सेक्टर में बड़े से लेकर छोटे, हर श्रेणी के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्रदेश में एमएसएमई की 95 लाख इकाइयां रजिस्टर्ड हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएसएमई सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया है। इस सेक्टर में बड़े पैमाने पर उद्यमियों ने निवेश के लिए अपनी सहमति दी है। प्रदेश सरकार ने समिट में 19 हजार से ज्यादा एमओयू किए हैं, जिनमें 8,829 एमओयू एमएसएमई सेक्टर में हुए हैं। यही वजह है कि सरकार भी इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर और बढ़ाने की संभावना को देख रही है। सरकार ने एमएसएमई सेक्टर के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा था, जबकि इस क्षेत्र में आशा से अधिक 1.37 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं।

यह निर्धारित लक्ष्य से लगभग 110 प्रतिशत है। बड़े निवेशकों के साथ हजारों छोटे निवेशकों ने भी एमएसएमई सेक्टर में भरोसा जताया है। एमएसएमई के तहत सबसे ज्यादा 6212 एमओयू ऐसे हैं, जिनकी निवेश राशि 10 करोड़ रुपये के भीतर है। इसके माध्यम से 26,124 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। वहीं, 10 से 20 करोड़ के बीच निवेश वाले 938 एमओयू हुए हैं, जिनके माध्यम से 15,341 करोड़ रुपये का निवेश होगा। 20 करोड़ से 30 करोड़ के बीच 451 एमओयू हुए और उनकी निवेश राशि 11,956 करोड़ रुपये है।

30 करोड़ से 40 करोड़ के बीच राशि के 213 एमओयू के माध्यम से 7,931 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है। 40 से 50 करोड़ रुपए की लागत वाले निवेश की बात करें तो इस श्रेणी में 894 एमओयू हुए हैं और इसके तहत सबसे ज्यादा 43,890 करोड़ रुपये का निवेश आने की संभावना है। जबकि 50 करोड़ रुपये के निवेश के लिए 8,708 एमओयू हुए हैं और इसके माध्यम से 105,242 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है।

पचास करोड़ से अधिक के 121 एमओयू

एमएसएमई सेक्टर में 50 करोड़ रुपये से अधिक राशि के 121 एमओयू हुए हैं, जिनके तहत 32,312 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। वहीं 50 करोड़ से 100 करोड़ रुपये के मध्य के 65 एमओयू के माध्यम से 5,341 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है। जबकि 100 से 200 करोड़ के मध्य 33 एमओयू के माध्यम से 4,984 करोड़ रुपये का निवेश होना है। ऐसे ही 200 से 500 करोड़ रुपये की रकम के 13 एमओयू के माध्यम से 3,391 रुपये का निवेश प्रस्तावित है। 500 करोड़ रुपये से अधिक रकम केे 10 एमओयू के माध्यम से 18,596 करोड़ रुपये का निवेश होना है।