जलौन : चित्रकूट से इटावा तक 14850 करोड़ रुपये की लागत से बने 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे [Bundelkhand Expressway] काे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बटन दबाते ही जनता को समर्पित कर दिया। यह एक्सप्रेस-वे सात जिलों से होकर गुजरा है और लोकार्पण का कार्यक्रम जालौन जिले के कैथरी गांव में बने टोल प्लाजा पर किया गया। प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते बुंदेलखंड के विकास में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से होने वाले लाभ गिनाए तो देश से रेवड़ी कल्चर हटाने की बात कही। वहीं उन्होंने देश के प्रत्येक गांव में 15 अगस्त तक आजादी की लड़ाई में बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों के संघर्ष को याद करके अमृत महोत्सव मनाने की अपील की। बुंदेलखंड में अमृत सरोवरों के बनाने में कारसेवा और सहयोगी की अपक्षा भी की।

लोकार्पण के लिए पांच किमी के दायरे में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को भव्य तरीके से सजाया गया। सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पुलिस व आरएएफ के जवानों की तैनाती रही। प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मंत्री व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। पंडाल में अलग-अलग क्षेत्र से आए लोगों के बैठने के लिए अलग ब्लाक निर्धारित किए गए। बने तीन पंडालों को 96 ब्लाक में बांटकर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों को बिठाया गया।





