नई दिल्ली : अयोध्या और काशी के बाद अब योगी सरकार मथुरा की तस्वीर बदलने की तैयारी में जुट गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब से सूबे की कमान संभाली है तब से ही कान्हा की नगरी लगातार स्मार्ट सिटी की ओर कदम बढ़ाती जा रही है। यहां के लिए लगातार नई योजनाएं आती रही हैं। चाहे वह सूर कुटी का जीर्णोद्धार की योजना हो या रसखान की समाधि को पर्यटन के लायक बनाने, मल्टीलेवल पार्किंग, श्रीकृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र का सौंदर्यीकरण, गोवर्धन में बस स्टैंड आदि की सौगात मिली है।
अब राष्ट्रपति चुनाव के नामांकन के लिए दिल्ली गए मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ब्रज के विकास को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन, रेल, जहाजरानी और संस्कृति मंत्रालय के मंत्रियों के साथ बैठक की। इसमें करीब 10 हजार करोड़ की परियोजनाओं को गति देने पर मंथन किया गया। इन योजनाओं से भगवान श्री कृष्ण का शहर स्मार्ट बनने की ओर कदम बढ़ाएगा।
सीएम योगी ने केंद्रीय जहाजरानी मंत्री से यमुना नदी में वृंदावन-गोकुल के मध्य जल मार्ग विकसित करने पर चर्चा की, जबकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मथुरा-वृंदावन रेल मार्ग और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ ब्रज 84 कोस परिक्रमा और रिंग रोड के निर्माण पर मंथन किया। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी से बृज क्षेत्र में पौराणिक व ऐतिहासिक धरोहरों के पुनरुद्धार को लेकर चर्चा हुई।
इस परियोजना को कार्य रेल मंडल रेल प्रबंधक आगरा देखेंगे। उन्हें इस परियोजना का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके लिए आगरा में गति शक्ति यूनिट स्थापित कर दी गई है। वह शीघ्र ही मथुरा-वृंदावन लाइट मेट्रो के लिए डीपीआर बनाएगी। इस परियोजना में लगभग 1000 करोड़ की लागत आएगी
यमुना में वृंदावन से गोकुल तक 24 किलोमीटर लंबा जलमार्ग विकसित करने की परियोजना पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री जहाजरानी एवं जलमार्ग सर्बानंद सोनोवाल के साथ चर्चा की। इस पर केंद्रीय मंत्री ने सहमति जताई। हालांकि यह भी स्पष्ट किया कि यमुना में नौका एवं उसके संचालन का काम प्रदेश सरकार को करना होगा। इस पर मुख्यमंत्री ने वृंदावन, गोकुल जल मार्ग की एक समेकित इंटीग्रेटेड डीपीआर मंत्रालय से बनाने का आग्रह किया।




