अप्रैल और पारे की जुगलबंदी के बीच भीषण गर्मी सितम ढा रही है। ऐसा लग रहा है सूरज इस बार गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ने को आतुर है। लखनऊ में शुक्रवार को पारे ने ऐसी छलांग लगाई कि अप्रैल में गर्मी का 23 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.9 डिग्री सेल्शियस अधिक 45.1 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले 1999 में अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज हुआ था। न्यूनतम पारा भी सामान्य से 3.2 डिग्री अधिक 26.2 डिग्री सेल्शियस रहा।
भू-वैज्ञानिकों का कहना है कि पारा और चढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक जेपी गुप्ता कहते हैं कि हवाओं के पैटर्न में हल्के बदलाव के आसार हैं। इससे पारा थोड़ा सा नीचे आएगा। अगले हफ्ते में 44 डिग्री के आसपास चढ़ता-उतरता रहेगा। उन्होंने कहा कि आमतौर पर अप्रैल में पानी तो बरसता ही है, लेकिन इस वर्ष अप्रैल सूखा ही रहा।
30 साल के औसत से 7 डिग्री अधिक तापमान
वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉ. सीएम नौटियाल कहते हैं कि बीते 30 साल में अप्रैल का औसत अधिकतम तापमान 38 डिग्री रहा है। इस वर्ष अप्रैल में दिन का पारा 45.1 डिग्री पहुंच गया। यानी अधिकतम औसत तापमान से 7 डिग्री अधिक।
47.4 डिग्री के साथ बांदा देश में सबसे गर्म
– यूपी के 9 शहरों में शुक्रवार को दिन का तापमान 45 डिग्री या उससे अधिक रहा। 47.4 डिग्री सेल्सियस के साथ बांदा न सिर्फ यूपी में बल्कि देश में सबसे गर्म रहा।
– प्रयागराज में अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री और कानपुर में 46.3 डिग्री दर्ज हुआ।
– झांसी में पारे ने 2012 की बराबरी करते हुए 46.2 डिग्री के आंकड़े को छू लिया।
– रायबरेली में पारा 45.4, आगरा में 45.2, वाराणसी व चुर्क (सोनभद्र) में 45-45 डिग्री तापमान रहा।