उत्तर प्रदेश लखनऊ

UP Election News : छोटे दलों से सपा,बीजेपी को कितना फायदा

लखनऊ : गठबंधन राजनीति का दम चुनाव परिणामों में भी आया है। गठबंधन में शामिल सभी छोटे दलों को पूर्व के चुनावों के मुकाबले अधिक सीटों पर जीत हासिल हुई है। पश्चिम की अपेक्षा पूर्वी उत्तर प्रदेश में गठबंधन राजनीति का डंका तेज बजा है।
भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) पार्टी गठबंधन के तहत मिली 17 में से 12 सीटों पर चुनाव जीती है। इस दल के 11 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की, 2017 विधानसभा चुनाव में अपना दल (एस) ने 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे जिनमें से 9 पर जीत हासिल हुई थी। अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा और सपा के बाद अद (एस) प्रदेश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
पहली बार गठबंधन के तहत भाजपा के साथ चुनाव मैदान में गई निषाद पार्टी 6 सीटों पर उनकी पार्टी के सिंबल से तथा 5 सीटों पर भाजपा के सिंबल से उनकी पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं। निषाद पार्टी ने 16 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। जिनमें से छह प्रत्याशी भाजपा के सिंबल पर थे। गौरतलब है कि 2017 में निषाद पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई थी।
सपा गठबंधन में शामिल रालोद को 33 सीटें मिली थीं। रालोद 8 सीटें जीती है। रालोद को ये सभी सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिली हैं। वहीं सपा की दूसरी सहयोगी पार्टी सुभासपा जिसका जनाधार पूर्वांचल में है उसने 18 प्रत्याशी खड़े किए थे। जिसमें से 6 पर जीत दर्ज की। रालोद की अपेक्षा सुभासपा के जीत का ग्राफ काफी बेहतर है। 2017 में भाजपा गठबंधन में रहते हुए सुभासपा को 4 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। सपा गठबंधन में शामिल अपना दल (कमेरावादी) को किसी भी सीट पर सफलता नहीं मिली है। वहीं इस चुनाव में किसी गठबंधन में शामिल नहीं होने के बावजूद रघुराज प्रताप सिंह राजा भईया की जनसत्ता पार्टी को दो सीटों पर जीत हासिल हुई है।