गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि केंद्र और प्रदेश सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने पर ही कार्य नहीं कर रही बल्कि उनके करियर को आगे बढ़ाने के लिए भी मंथन कर रही है। इसे लेकर सरकार आइसीएमआर (इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च) के संपर्क में है। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में गोरखपुर के उन मेडिकल छात्रों और उनके अभिभावकों से बातचीत के दौरान दी, जिन्हें यूक्रेन से सकुशल उनके घर पहुंचाया जा चुका है। सीएम ने छात्रों ने कहा कि वह युद्धग्रस्त क्षेत्र से लोटे हैं इसलिए अपनी मानसिक मजबूती बनाए रखें, सरकार उनका ख्याल रखेगी। सरकार उनके हितों का पूरा ख्याल रखेगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि यूक्रेन में उत्तर प्रदेश के 2290 विद्यार्थी रहते हैं, जिनमें से 2078 छात्रों को सकुशल उनके घर पहुंचाया जा चुका है। गोरखपुर के 74 छात्रों में से 70 छात्र गोरखपुर पहुंच चुके हैं। बचे हुए चार छात्रों में से दो को यूक्रेन से निकाल कर पोलैंड और दो को पोल्टावा पहुंचाया जा चुका है। जल्द वह भी सकुशल घर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि युद्ध् क्षेत्र से भारतीयों को सकुशल अपने देश वापस लाने में सफलता केंद्र सरकार की अंतरराष्ट्रीय नीति की वजह से मिल सकी है।

इस दौरान छात्र-छात्राओं ने अपनी आपबीती बताई। बच्चों ने बताया कि वह यूक्रेन की सीमा से कैसे बाहर निकले। यूक्रेन की सीमा से बाहर निकलने तक सभी लोग दहशत में थे। भारतीय अधिकारियों को देखकर लोगों की जान में जान आई। छात्र-छात्राओं ने भारतीय अधिकारियों की तारीफ भी की।





