उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से नामांकन किया। करहल सीट समाजवादी पार्टी के गठन से ही उसका गढ़ रही है। तीन दशक से पार्टी का सीट पर कब्जा है। ऐसे में करहल सीट सपाई दबदबे के साथ जातीय समीकरण के लिहाज से भी अखिलेश यादव के लिए एकदम मुफीद है। यहां के कुल मतदाताओं के लगभग 38 फीसदी यादव हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। सीएम योगी गोरखपुर सदर से बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में होंगे तो वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव करहल से सपा गठबंधन के प्रत्याशी होंगे। अखिलेश जिस करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, वो मैनपुरी जिले में पड़ती है वहां से समाजवादी पार्टी के संरक्षक और अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव लोकसभा सांसद हैं। अखिलेश यादव मौजूदा समय में आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी से लोकसभा सांसद हैं।
यूपी चुनाव की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक करहल विधानसभा सीट से नामांकन करने के लिए अखिलेश यादव सैफई से सीधे मैनपुरी जिला मुख्यालय पहुंचे। इसके बाद अखिलेश यादव ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव के प्रस्तावक धर्मेंद्र शाक्य, रामनाथ बाथम, निजामुद्दीन और अहिवरन सिंह जाटव हैं। 
करहल विधान सभा क्षेत्र में करीब 3 लाख 71 हजार वोटर हैं। इसमें यादव वोटरों की संख्या लगभग 1 लाख 44 हजार है। मतलब कुल वोटर्स का 38 परसेंट वोट सिर्फ यादवों का है। सपा की पैठ का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि यहां पहले चुनाव में ही 5 में से 4 सीटें जीती थीं। मैनपुरी, करहल व किशनी सीटों में यादव मतदाताता ज्यादा हैं, जबकि क्षत्रिय मतदाता दूसरे नंबर पर हैं। भोगांव में लोधी मतदाता पहले और यादव दूसरे नंबर पर हैं। 
करहल विधानसभा सीट मैनपुरी जिले की महत्वपूर्ण सीट है। यहां से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। साल 1993 से लेकर आज तक में सिर्फ एक बार साल 2002 में यहां सपा को हार का मुंह देखना पड़ा था। तब बीजेपी के सोबरन सिंह यादव सपा के उम्मीदवार को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। 2022 के चुनाव में खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
मैनपुरी जिले में आने वाली करहल विधानसभा में साल 2017 में कुल 49.57 फीसदी वोट पड़े थे। सोबरन सिंह यादव को यहां 1 लाख 4 हजार 221 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी की रमा शाक्य को 65 हजार 816 लोगों ने मतदान किया था। तीसरे नंबर पर बीएसपी केदलवीर रहे, जिन्हें 29 हजार 676 वोट मिले।




