
गोरखपुर की उस घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बाद पूरा जिला दहल उठा था। घटना 24 नवंबर 2019 की है। जब शहर के एक प्रसिद्ध प्रॉपर्टी डीलर बलराम की मौत हुई थी। इस घटना में हैरान करने वाली बात ये रही कि प्रॉपर्टी डीलर की मौत उसकी प्रेमिका के घर के सामने हुई थी। बताया जाता है कि उसकी मौत एकतरफा मोहब्बत में हुई थी। वहीं पुलिस ने इस मामले में एक छह साल के बच्चे को गवाह बनाया था।
ये है पूरा मामला
शहर के खोराबार के मदरहवा निवासी बलराम यादव की नवंबर 2019 में रामनगर कड़जहां निवासी आकृति दुबे के घर के बाहर गोली लगने से मौत हो गई थी। उसके सिर में दो गोली लगी थी। शव युवती के घर के बाहर पड़ा था। इस मामले में बलराम के भाई सिकंदर की तहरीर पर पुलिस ने आकृति दुबे और उसकी मां पर हत्या का केस दर्ज किया था।
बलराम यादव के भाई ने कहा था कि एकतरफा मोहब्बत में मेरे भाई की हत्या हुई है। तभी से दोनों आरोपी घर का ताला बंद कर फरार हैं। न पिस्टल बरामद और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। स्थानीय पुलिस अभी तक फरार युवती को भी नहीं पकड़ पाई है। पुलिस ने मृतक का हैंडवॉश भी नहीं लिया, जिससे पता चल सके कि गोली बलराम ने ही चलाई थी या किसी अन्य ने।
घटना के बाद युवती के घर से मिले उसके छह वर्षीय भाई ने बताया था कि पिस्टल दीदी और मां लेकर चली गई हैं। गोली खुद बलराम ने चलाई थी। इसके बाद पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। बलराम के भाई सिकंदर की फरियाद के बाद मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई।
इसके बाद करीब चार महीने तक विवेचना क्राइम ब्रांच में लंबित पड़ी रही। इसके बाद परिजनों की ओर से हाईकोर्ट में प्रार्थनापत्र दायर किया गया। जिस पर कोर्ट ने पुलिस को तीन महीने में बलराम यादव की मौत की गुत्थी सुलझाने का आदेश सुनाया। हालांकि अभी तक मामले का खुलासा नहीं हो सका है।
सीओ कैंट सुमित शुक्ला के मुताबिक, केस की जांच के दौरान एक वीडियो मिला जिसमें तमंचा ले जाते बलराम दिखाई दिया था। इसके अलावा आसपास के कुछ चश्मदीद भी इसकी तस्दीक किए थे।