
आगरा में बदमाशों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया। पहले कोल्ड स्टोर स्वामी के इकलौते पुत्र का अपहरण कर लिया और बाद में उसका गला दबाकर हत्या कर दी। पीपीई किट पहनकर शव को जला लिया जिससे कोई उन पर शक न कर सके। इस मामले में पुलिस आज खुलासा कर सकती है।
कोल्ड स्टोर का स्वामी था अपहृत पुत्र मूलरूप से बरहन के गांव रूपधनु निवासी सुरेश चौहान दयालबाग के जय रामबाग में रहते हैं। उनका रूपधनु में ही एसएस शीतगृह है। इसके साथ ही सुरेश चौहान जिला पंचायत में ठेकेदारी भी करते हैं। उनका बेटा सचिन भी पिता के साथ ठेकेदारी और शीतगृह का काम देखता था। 21 जून की दोपहर करीब साढ़े 3 बजे वह लोअर और टीशर्ट में घर से निकला था। मां अनीता से कहा था कि कुछ देर में आ रहा हूं। इसके बाद लापता हो गया। परिजनों ने उसकी तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इस पर दूसरे दिन थाना न्यू आगरा में गुमशुदगी दर्ज करा दी गई। पुलिस ने सचिन की तलाश शुरू कर दी।
पांच युवकों से की पूछताछ पुलिस की स्पेशल टीम को भी लगाया गया। पुलिस को रविवार रात्रि सचिन के गायब होने के संबंध में कुछ सुराग मिले। इसके बाद कमला नगर और दयालबाग के पांच युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ की। पता चला कि सचिन की हत्या गला दबाकर कर दी गई है। उसका शव बल्केश्वर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीपीई किट पहनी गई ताकि लोगों को लगे कि कोरोना संक्रमित का शव जलाया जा रहा है। घटना के पीछे दो करोड़ की फिरौती वसूलने की बात सामने आई है। पुलिस इस घटना का आज खुलासा कर सकती है।