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कासगंज कांड..बदले में पुलिस कार्रवाई से परिवार संतुष्ट

 

 

कासगंज के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात शराब माफिया के हमले में जख्मी दरोगा अशोक कुमार की हालत स्थिर बनी हुई है। यहां जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती दरोगा की तीमारदारी के लिए उसका परिवार भी पहुंच गया है। दिन में कमिशभनर व एसएसपी ने भी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर दरोगा का हाल जाना और परिवार से बात की। इस दौरान परिवार ने बदले में बुधवार सुबह हुई पुलिस कार्रवाई पर संतोष जताया है।

मंडल के कासगंज जनपद में मंगलवार रात हुई घटना के बाद घायल दरोगा अशोक कुमार को कासगंज पुलिस जेएन मेडिकल कॉलेज लेकर आई थी। इधर, सूचना पर रात को ही पत्नी अनीता अपने चचिया ससुर व परिवार के कुछ अन्य लोगों के साथ यहां पहुंच गई थीं। तभी से वे पति के पास मौजूद हैं और उनके इलाज पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। इस दौरान दरोगा के चाचा ने बताया कि अशोक के तीन बच्चों में बेटा मयंक के अलावा तीन बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी 11वीं की पढ़ाई कर रही है और पूरा परिवार गांव में ही रहता है। घटना की खबर पर हम लोग यहां आए। सुबह पता चला कि पुलिस ने एक बदमाश मार गिराया है। इस खबर पर परिवार को सुकून मिला है। अब ऊपर वाले से यही दुआ है कि जल्द से जल्द बेटा सही होकर घर पहुंच जाए।

इधर, दोपहर में कमिशभनर गौरव दयाल और एसएसपी मुनिराज जी दरोगा का हाल जानने पहुंचे। इस दौरान कमिशभनर ने अपने साथ मौजूद एडीएम सिटी व एसीएम को निर्देशित किया कि परिवार व कासगंज पुलिस के अधिकारियों के रुकने व खाने पीने आदि की व्यवस्था सरकारी गेस्ट हाउस में कराई जाए। परिवार को किसी तरह की दिक्कत न हो। वहीं उन्होंने मेडिकल अधिकारियों से कहा कि बेहतर से बेहतर इलाज मिलना चाहिए। वहीं एसएसपी मुनिराज जी ने दरोगा से बातचीत की कोशिश की। इस दौरान दरोगा ने धीमे धीमे कुछ बताया, मगर दर्द के कारण ज्यादा कुछ नहीं बता पाए। बाद में एसएसपी ने पत्नी व डॉक्टर से बात की।
– दरोगा अशोक कुमार यहां रात में भर्ती कराए गए हैं। उनके कई जगह चोट है। सिर, छाती व सीधे पैर की एड़ी में गंभीर चोट हैं। कोई नुकीली वस्तु घुसने से सीने की चोट से फेफड़ा तक डैमेज हुआ है, जिसमें अत्यधिक रक्तस्राव हुआ है। सिर में भी गंभीर चोटें हैं। उन्हें न्यूरो, सिटी वेस्ट, ऑर्थो के अंडर में इलाज दिया जा रहा है। सीने में चोट की वजह से एक ट्यूब भी डाला गया है।
– डॉ.हारिस, सीएमओ इंचार्ज इमरजेंसी
सुरक्षा में पुलिस बल भी लगाया
दरोगा की हालत को देखते हुए उनके कमरे के बाहर पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। बेवजह किसी को भी आवाजाही पर मनाही के निर्देश हैं। सीसीटीवी से भी मेडिकल अधिकारी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। इशारा किया गया है कि ज्यादा लोगों की आवाजाही और ज्यादा बोलने से उन्हें संक्रमण का खतरा हो सकता है।