शांति स्थापना मिशन कानपुर के जीतेन्द्र भाईजी तथा अपर्णा जैन ने भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का अभिनंदन किया।
संत-महात्माओं का कहना था कि मानव सेवा भी धर्म है। सेवा ही धर्म है। समाजवादी पार्टी सत्य के रास्ते पर है और मानव-मानव के बीच फर्क नहीं करती है। भाजपा काम नहीं सिर्फ बातें करना जानती है। विकास में उसकी रूचि नहीं। भाजपा ही समस्याओं की जड़ है।
संतो का कहना था कि अखिलेश जी बेदाग हैं। अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में उन्होंने सभी साधु संतो का सम्मान किया था। श्री अखिलेश यादव जनहित का कोई भी काम नहीं रोकते हैं। हमेशा सद्भाव के मार्ग पर चलें और विकास के बारे में उनकी सोच सकारात्मक है। संत परिवार ने अखिलेश जी की विजय कामना के साथ भरोसा दिलाया कि वे सब उनके साथ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मानव जीवन संस्कारी होना चाहिए। भाजपा बदले की भावना से काम करती है। उत्तर प्रदेश प्रेम की भूमि है। यहां नफरत की कोई जगह नहीं है। यह भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण तथा महात्मा बुद्ध की धरती है। इसकी पवित्रता को नष्ट नहीं किया जाना चाहिए।
अखिलेश यादव का इस अवसर पर श्रीराम दरबार, पगड़ी, मुकुट, शाल भेंट कर सम्मान किया गया।




