लखनऊ के कांशीराम स्मारक में महारैली में उमड़ा जन सैलाब.आज लखनऊ नीला हुआ है..लंबे समय बाद दलितों,पिछड़ों में ये जोश और उत्साह देखने को मिल रहा है। बसपा की आखिरी बड़ी रैली 9 साल पहले लखनऊ में हुई थी। भीड़ इतनी आई कि भगदड़ मच गई और 3 लोगों की मौत हो गई थी।
13 साल से सत्ता से दूर है बहन जी.. विधानसभा में मात्र एक विधायक है..लोकसभा और राज्यसभा में भी संख्या न के बराबर है..उसके बाद भी ये जनसैलाब..आज इस रैली से बसपा 2027 इलेक्शन को लेकर अपनी ताकत दिखाएगी। बीएसपी अध्यक्ष मायावती का संबोधन सपा, BJP, कांग्रेस जातिवादी पार्टियां हैं..मुझ पर कई फर्जी केस कराए गए.मुझे CBI के जंजाल में फंसाने की साजिश हुई- माया ,मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास हुआ.
