लखनऊ ( राजू ,स्टेट हेड ) : उत्तर प्रदेश के आगरा दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड आगरा के अंतर्गत 1892 कर्मचारियों की जून माह की सैलरी होल्ड कर दी गई है जबकि सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कर्मचारियों का कहना है कि उनके द्वारा फील्ड में राजस्व वसूली और अनुरक्षण का कार्य किया है। दक्षिणांचल प्रबंधन द्वारा सैलरी होल्ड करने से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। यदि कर्मचारियों की सैलरी रिलीज नहीं की गई तो बहुत जल्द होंगे उच्च न्यायालय की शरण में और सूत्रों की मानें तो यह भी बताया हैं कि प्रबंधन ऊर्जा विभाग का निजीकरण करने और कर्मचारियों का दमन करने के लिए हर कदम उठा रहा है लेकिन कर्मचारियों की एकता के कारण संभव नहीं हो पा रहा है
एक तरफ योगी सरकार प्रदेश में गरीबों को राशन देकर उनका जीवन यापन करने में लगी है तो दूसरी तरफ देखे तो आगरा के प्रबंध निदेशक ऊर्जा नीतीश कुमार कर्मचारियों के परिवारों को भूखा मारना चाहते है क्यों कि जब फोर्थ क्लास कर्मचारियों से लेकर अधिशाषी अभियंता तक का वेतन निर्गत नहीं किया गया है जिससे साफ जाहिर होता है यूपी में योगी सरकार को पलीता लगाने का काम प्रबंध निदेशक आगरा विद्युत विभाग कर रहे है जब सरकार वेतन मुहैया करा रही है तो फोर्थ क्लास के कर्मचारियों से लेकर अधिशाषी अभियंता दिन रात्रि न देखकर आंधी तूफान बरसात न देखकर जनता को बिजली समय से मुहैया कराई है जिस टाइम। लाइन ब्रेक होती है या बरसात में बिजली के तार टूटते है उस समय अपनी जान की बाजी लगाकर कार्य करते इस समय प्रबंध निदेशक नीतीश कुमार आगरा अपने परिवार के साथ आराम से रहते है उनको बिजली समय से मिलती है उनको किया मालूम कर्मचारियों पर आज खाने को है या नहीं सरकार का मामला है निजीकरण करना या रोकना उसके बाद में बड़े मियां मिट्ठू वाली कहावत याद आती है योगी सरकार गरीब जनता हो या कर्मचारी सबके साथ एक जैसा व्यवहार करती है ये पहली बार ऐसा देखा है सरकार पैसा दे रही है अधिकारी रोक रहे है एक कर्मचारी की बात नहीं 1892 कर्मचारियों के परिवारों का वेतन अगर होल्ड रखा गया तो घर का चूल्हा कैसे जलेगा ये तो एम,डी नीतीश कुमार बताएं अगर ये कर्मचारियों का वेतन रुकने के साथ साथ एमडी आगरा विद्युत विभाग का वेतन चेयरमैन आशीष गोयल रोकने का काम करेंगे
दूसरा सवाल ये है यूपी का चुनाव जितना नजदीक आ रहा उतना अधिकारी सरकार के द्वारा हुए ईमानदारी से कार्यों को क्यों योगी सरकार को चूना लगाने का काम कर रहे है सरकार ईमानदारी और जीरो टॉलरेंस पर कार्य ईमानदारी से कर रही है उसके बाद कुछ प्रदेश में ऊपर से लेकर नीचे ऐसे अधिकारी और कर्मचारी है जो चाहते है सरकार वापस 2027 में न आए लेकिन योगी सरकार ने जनता के लिए राशन से लेकर इलाज मुफ्त के अलावा तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं गरीबों के लिए चलाई गई है लेकिन सूत्रों की माने तो कुछ चंद ऐसे अधिकारी है जो सरकार के विकास कार्यों की छवि खराब करना चाहते है उसपर सरकार लगाम लगाते हुए जो 1892 (कर्मचारियों का वेतन होल्ड से हटाकर उनके खाते में निर्गत क्या जाए और एमडी आगरा ऊर्जा से इसका स्पष्टीकरण मांगा जाए ऐसा क्यों क्या
लेकिन जनता जिसको हीरो बनाती है उसको जीरो बनाने का काम भी करती है अब देखना होगा योगी सरकार कितना अपने अधिकारियों और कर्मचारियों पर कितना लगाम लगा पाएगी या नहीं ये तो आने वाले समय में मालूम पड़ेगा
