लखनऊ: प्रांतीय चिकित्सा सेवा (पीएमएस) संवर्ग के डाक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु 70 वर्ष किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। पीएमएस एसोसिएशन ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. लिली सिंह को पत्र भेजकर सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की बजाए नई सेवानियमावली, 2020 में बदलाव किए जाने की मांग की है।
यूपी में नहीं मिल रहे विशेषज्ञ डाक्टर
इस सेवानियमावली में विशेषज्ञ डाक्टरों को सीधे लेवल टू पर भर्ती किए जाने के नियम के साथ ही पदोन्नति के अवसर सीमित कर दिए गए हैं।
वहीं विशेषज्ञ डाक्टर फिर भी नहीं मिल रहे और जो पहले से हैं उन्हें प्रमोशन मिलना कठिन हो गया है।
ऐसे में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी पूरा करने के लिए सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने की बजाए नियमावली बदली जाए।
पीएमएस एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. सचिन वैश्य व महामंत्री डा. अमित कुमार सिंह का कहना है कि पुरानी सेवानियमावली -2004 में पदोन्नति की अच्छी व्यवस्था थी।
एमबीबीएस डाक्टर उठा रहे नुकसान, अब पदोन्नति की राह कठिन
नई सेवानियमावली-2022लेवल टू पर स्नातकोत्तर (पीजी) पास डाक्टरों को सीधे भर्ती किए जाने की व्यवस्था की गई है लेकिन बीते एक वर्ष पहले 3,200 पदों पर विज्ञापन किया गया था और सिर्फ 397 विशेषज्ञ डाक्टर ही मिल पाए। अगर नई सेवानियमावली इतनी अच्छी है तो विशेषज्ञ डाक्टर क्यों नहीं मिल रहे। वहीं विशेषज्ञ डाक्टरों के चक्कर में एमबीबीएस डाक्टरों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब पदोन्नति की राह कठिन हो गई है। क्योंकि एक लेवल से दूसरे लेवल पर प्रोन्नति के लिए एक निर्धारित समयावधि पूरी करना जरूरी कर दिया गया है।
