मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आस्था का पूरा सम्मान है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। लेकिन इसका सार्वजनिक रूप से भोंडा प्रदर्शन कर दूसरों को परेशान किया जाए यह स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री ने यह बातें बुधवार को प्रदेश भर के फील्ड अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधन के दौरान कहीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ईद व अक्षय तृतीया के मौके पर ज्यादा सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने की हिदायत भी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जन को शासन की नीतियों का लाभ दिलाने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की भूमिका अहम है। हमने प्रदेश में अराजकता और दंगों की संस्कृति को समाप्त किया है। संप्रदायिकता सौहार्द का वातावरण कायम किया है। बीते त्योहारों पर शांति व सौहार्द का माहौल रहा। आने वाले त्योहारों को लेकर और अधिक सतर्कता व संवेदनशीलता की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद का बड़ा महत्व है। इससे ही धार्मिक स्थलों पर लगे अनावश्यक लाउडस्पीकर हटवाने में सफलता मिली है। सौहार्द के साथ हमने ऐसा करके एक उदाहरण पेश किया है। सभी धर्मगुरुओं से आगे भी संवाद जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति न दी जाए।
प्रदेश भर में चल रहे अभियान के तहत धार्मिक स्थलों पर लगे करीब 11 हजार अवैध लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। इसके अलावा 35 हजार से अधिक लाउडस्पीकरों की आवाज (वॉल्यूम) कम कराई गई है। अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई हाईकोर्ट के 2018 के आदेश का अनुपालन कराए जाने के लिए शासन के निर्देश पर की गई है। अभियान के तहत अब तक 40 हजार बैठकें धर्मगुरुओं व धर्मस्थल की समितियों के साथ थाने स्तर पर की गई हैं। इन बैठकों में हुए आपसी समन्वय के तहत धार्मिक स्थलों पर लगे 10,923 अवैध लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं और 35,221 की ध्वनि मानक के अनुसार निर्धारित कराई गई है।
एडीजी ने बताया कि सबसे अधिक कार्रवाई लखनऊ जोन में हुई है। यहां 2395 अवैध लाउडस्पीकर धार्मिक स्थलों से उतरवाए गए और 7397 के आवाज मानक के अनुरूप कराए गए। इसी तरह गोरखपुर जोन में यह संख्या क्रमश: 1788 व 5561 रही। पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में भी लखनऊ में सबसे ज्यादा 190 लाउडस्पीकर उतरवाए गए और 1235 की आवाज कम कराई गई। वाराणसी कमिश्नरेट में क्रमश: यह संख्या 170 व 374, कानपुर में में 80 व 335 और नोएडा में 19 व 462 रही। अधिकतर धर्मस्थलों से लोगों ने खुद ही लाउडस्पीकर हटवा लिए या आवाज कम कर दी। अब तक कहीं से भी इसे लेकर विरोध की बात सामने नहीं आई है। पुलिस बिना पक्षपात के कार्रवाई कर रही है। सभी वर्ग व धर्म के धार्मिक स्थलों पर नियमों का पालन कराया जा रहा है।