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प्रथम वरीयता के वोटों से नहीं हो पाएगा शिक्षक एमएलसी का फैसला

मतगणना पंडाल में 14-14 टेबल लगाई गई हैं। एक टेबल रिटर्निंग अधिकारी की है। हर टेबल पर पांच कर्मचारी हैं। मतपेटिकाएं प्रत्याशियों और उनके एजेंट की मौजूदगी में खोली गईं। दोनों सीटों के लिए 38 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।

आगरा खंड शिक्षक सीट पर प्रथम वरीयता के वोटों से फैसला नहीं हो पाया। क्योंकि किसी भी प्रत्याशी को 50 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं मिले। इस पर रात साढ़े नौ बजे द्वितीय वरीयता के वोटों की गिनती शुरू की गई। प्रथम वरीयता के वोटों में सबसे ज्यादा निर्दलीय आकाश अग्रवाल को मिले थे।

फिरोजाबाद रोड स्थित मंडी परिसर में चल रही मतगणना बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे शुरू हुई।
आगरा, अलीगढ़ और कानपुर मंडल के 12 जिलों से मतपेटियों को यहां लाया गया था। शिक्षक सीट के मतपत्रों की गिनती पहले की गई। पहले प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ वरीयता के मतपत्रों को अलग-अलग किया गया। इसमें काफी समय लग गया। देर शाम वोटों की गिनती का पहला चरण शुरू हुआ। इसमें 14 हजार मत प्रथम वरीयता के गिने गए। दूसरे चरण में सात हजार वोटों की गिनती हुई।

रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि अगर प्रथम वरीयता के मत किसी उम्मीदवार को 50 फीसदी से ज्यादा मिल जाते हैं तो उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस कारण द्वितीय वरीयता के मतों की गिनती कराई जा रही है।