नूर खान एयरबेस: जेएफ-17 और सी-130 के रिपेयर का टेंडर. साथ ही रेडियो-सेट, पीसी आइटम और डी-लेवल रिपेयर और सर्विस का टेंडर.नूर खान एयरबेस पर पाकिस्तानी वायुसेना का सी-130 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का बेस है.
एमईएस रावलपिंडी: मिलिट्री ट्रांसपोर्ट व्हीकल की रिपेयर और मेंटेनेंस के लिए 35 लाख का टेंडर. इसके अलावा गैरीसन-इंजीनियर ने भी निर्माण, रिपेयर और सप्लाई का अलग से टेंडर निकाला.
सरगोधा: एक बड़ा टेंडर आईटी इक्विपमेंट के लिए निकाला है. सरगोधा में पाकिस्तान का न्यूक्लियर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने सरगोधा के करीब किराना हिल्स पर बमबारी कर पूरे पाकिस्तान का हिला दिया था.
जकोकाबाद: पाकिस्तानी वायुसेना के जकोकाबाद स्थित शहबाज एयरबेस ने वर्ष 2025-26 के लिए फायरिंग रेंज का टेंडर निकाला है. इस बेस पर हमले के दौरान पाकिस्तानी वायुसेना के एक स्क्वाड्रन लीडर समेत कुल पांच (05) सैनिकों की मौत हो गई थी. अपुष्ट खबरों के मुताबिक, मरने वालों की संख्या करीब 50 थी. इस बेस पर हुए हमले की तस्वीरें भी सामने आई थी. माना जा रहा है कि हमले के दौरान इस एयरबेस की फायरिंग रेंज को जबरदस्त नुकसान पहुंचा था.
इस्लामाबाद: हेडक्वार्टर चीफ मेंटेनेंस (एयर) ने सभी एयरबेस की साइबर सिक्योरिटी टेस्टिंग के लिए टेंडर निकाला है. ठीक इसी तरह के टेंडर, पाकिस्तानी वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर (6-10 मई) के बाद रिसालपुर, कलार-कहार, मियांवाली, मसरूर, फैसल और रफीकी एयरबेस के लिए निकाले गए हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी वायुसेना को पांच फाइटर जेट सहित एक सी-130जे और एक एरीआई टोही विमान (अवैक्स) सहित कुल 07 एयरक्राफ्ट का नुकसान हुआ था. इनमें कम से कम दो फाइटर जेट डॉग फाइट (6-7 मई) की डॉग फाइट में मार गिराए गए थे और बाकी सभी 9-10 मई को 11 एयरबेस पर हुए हमलों में तबाह किए गए थे.
पाकिस्तान ने एयरक्राफ्ट के रिपेयर के अलावा रेडियो-सेट, पीसी-आइटम्स, डी-लेवल स्पेयर्स और आईटी इक्यूपेंट की खरीद के लिए भी टेंडर निकाले हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि भारत ने हमले के दौरान बड़ी संख्या में पाकिस्तानी वायुसेना के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को तबाह कर दिया था.
मिलिट्री व्हीकल रिपेयर के लिए अलग से टेंडर निकाले हैं. इसके अलावा पाकिस्तान ने 20 से ज्यादा टेंडर अपने अलग-अलग एयरबेस की मरम्मत के लिए निकाले हैं. इनमें नूर खान एयरबेस, जकोकाबाद, मुरीद, लाहौर, गुजरांवाला, रफीकी इत्यादि के अलावा एमईएस (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस) रावलपिंडी शामिल है.




