लखनऊ( DNM NEWS AGENCY):उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार का वर्ष 2023-24 का बजट सर्वसमावेशी एवं समग्र विकास की अवधारणा के साथ ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ की परिकल्पना को साकार करने वाला बजट है। बजट में प्रदेश के गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं सहित प्रत्येक तबके से सम्बन्धित विकास योजनाओं को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि देश राम राज्य की अवधारणा को साकार कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिया गया ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का मंत्र ही रामराज्य की अवधारणा है। इस मंत्र को अंगीकार करते हुए उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सही दिशा में, देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह बजट प्रदेश को भारत का ग्रोथ इंजन बनाने में सहायक होगा।
मुख्यमंत्री जी आज यहां विधान परिषद में वर्ष 2023-24 के बजट पर सामान्य चर्चा में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने बजट चर्चा में भाग लेने के लिए उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य सहित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चर्चा में प्रतिभाग करके सभी सदस्यों ने प्रदेश की जनता की आशाओं तथा आकांक्षाओं की ओर शासन का ध्यान आकृष्ट किया है। साथ ही, सरकार से जुड़े मुद्दों को इस सदन के सम्मुख रखने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2023-24 के बजट पर चर्चा करते हुए हमें उत्तर प्रदेश में विगत 06 वर्षाें में हुए बदलाव को ध्यान में रखना होगा। आज पूरा देश और दुनिया उत्तर प्रदेश के विगत 06 वर्षाें के बदलाव के साथ नये उत्तर प्रदेश को देख रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से प्रदेश जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उससे आम जनमानस के मन में विश्वास पैदा हुआ है। इस जन विश्वास के परिणामस्वरूप ही 05 वर्ष के कार्यकाल के बाद पुनः हमारी सरकार दो-तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में आयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 06 वर्षाें के दौरान प्रदेश में हुए टीम वर्क को सभी ने महसूस किया है। वर्ष 2015-16 का प्रदेश का बजट मात्र 03 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का तथा वर्ष 2016-17 का बजट 03 लाख 40 हजार करोड़ रुपये का था। 06 वर्षाें के उपरान्त वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना द्वारा प्रस्तुत किया गया वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट दोगुने से अधिक बड़ा है। यह बजट 06 लाख 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक का है। यह 07 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचेगा। यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था के विस्तार को भी दिखाता है। विगत 06 वर्षाें में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही, प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी दोगुनी हुई है। इसके अलावा, हर वर्ष का बजट एक निश्चित थीम के साथ आगे बढ़ा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2014 में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का मंत्र दिया था। वही इस सरकार की सफलता तथा प्रदेश की 25 करोड़ जनता, गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं और प्रत्येक तबके को आगे बढ़ाने का अभियान है। इसी के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश बदलता दिखायी दे रहा है। वर्ष 2017 से पहले प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। किसान बदहाल था। गरीब भुखमरी का शिकार था। महिलाएं, बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। संगठित अपराध में लिप्त माफियाओं की समान्तर सत्ता चलती थी। कहीं संगठित अपराध को संचालित करने वाला, कहीं भूमाफिया, कहीं वन माफिया, कहीं खनन माफिया, कहीं पशु माफिया थे। हर प्रकार के माफिया प्रदेश में पनप रहे थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 06 वर्ष बाद आज उत्तर प्रदेश का नौजवान देश व दुनिया में जहां कहीं भी जाता है, सम्मान की निगाहों से देखा जाता है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश की टीम ने परिवर्तन करके दिखाया है। यह परिवर्तन आज सर्वत्र, हर गांव, हर मोहल्ले, हर कस्बे, हर जनपद में देखने को मिल रहा है। 10 से 12 फरवरी, 2023 को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। पूर्ववर्ती सरकारों में समिट का आयोजन प्रदेश के बाहर मुम्बई अथवा दिल्ली में होते थे, क्योंकि निवेशक यहां आना नहीं चाहते थे। हमारी सरकार ने फरवरी, 2018 में यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री जी ने एवं समापन तत्कालीन राष्ट्रपति जी ने किया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2018 में जहां 04 लाख 68 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, वहीं यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में 35 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह निवेश प्रस्ताव प्रदेश के हर क्षेत्र के लिए प्राप्त हुए हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 04 लाख 29 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। मध्य यू0पी0 के लिए निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसके लिए भूमिका तैयार करनी पड़ी थी। अभियान चलाना पड़ा था। 06 वर्ष तक टीम यू0पी0 लगातार कार्य करती रही। परिणाम हमारे सामने है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का पर्सेप्शन बदला है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति है। प्रदेश में बेहतर कनेक्टिविटी है। 04-लेन की इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी है। प्रदेश में एक्सप्रेस हाईवेज हैं। रेल तथा एयर का बेहतर नेटवर्क है। मैनपावर की स्केल तो है ही, इसकी स्किल बढ़ाने के लिए भी कार्य हुआ है। राज्य में विभिन्न सेक्टर्स का अध्ययन कर सेक्टोरियल पाॅलिसीज बनायी गयी हैं। एण्टी भूमाफिया टास्क फोर्स बना करके लैण्ड बैंक तैयार किया गया। प्रदेश में भूमाफिया के कब्जों से मुक्त कराकर 64 हजार हेक्टेयर से अधिक का लैण्ड बैंक तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसका परिणाम हुआ कि दुनिया में जहां भी हमारा मंत्री समूह निवेश के लिए गया, उसका स्वागत हुआ। पहली बार उत्तर प्रदेश की टीम देश के बाहर गयी। मंत्री समूह दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों में गया। विशाल निवेश प्रस्ताव लेकर वापस आया। देश के 08 शहरों में हमारे मंत्री समूहों ने निवेश के लिए रोड शो किये। हमारे सभी जनप्रतिनिधि-सांसद, विधायकगण तथा विधान परिषद के सदस्यों ने अपने-अपने जनपदों में रोड शो किया। परिणामस्वरूप प्रदेश के सभी 75 जनपदों के लिए निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। राज्य का एक भी जनपद ऐसा नहीं, जहां के लिए निवेश प्रस्ताव न मिले हों। यह हमारी सबसे बड़ी सफलता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जी-20, दुनिया के ऐसे 20 सबसे बड़े देश, जहां दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी निवास करती है। इन देशों का दुनिया के 75 प्रतिशत ट्रेड, 85 प्रतिशत जी0डी0पी0, 90 प्रतिशत इनोवेशन तथा रिसर्च पर अधिकार है। अमृतकाल के प्रथम वर्ष में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। भारत की अध्यक्षता में जी-20 की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ है। प्रदेश में जी-20 के भी दो सम्मेलन सम्पन्न हुए हैं। इनमें से एक सम्मेलन आगरा में 10 से 12 फरवरी, 2023 तक महिला सशक्तीकरण पर तथा दूसरा प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 13 से 15 फरवरी, 2023 तक सम्पन्न हुआ। इनमें जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त, भारत के 09 मित्र देशों के आमंत्रित सदस्यों तथा 06 अन्य देशों के संगठनों ने भी प्रतिभाग किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर समस्या के समाधान के दो रास्ते होते हैं, या तो उसमें भाग लो या उससे भाग लो। हमारे पास समाधान करने वाली टीम है। जब हम वसुधैव कुटुम्बकम, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट तथा बजट की बात करते हैं, तो कुछ लोग जाति की बात करते हैं। इसी कारण प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा हुआ था। यह बजट ऐसे समय में आया है, जब प्रदेश कोरोना महामारी से लगभग पूरी तरह मुक्त है। पर्व और त्योहार हर्षाेल्लास व उमंग के साथ मनाये जा रहे हैं। अर्थव्यवस्था फिर से त्वरित गति से आगे बढ़ रही है। वर्तमान में दुनिया के अनेक देशों की अर्थव्यवस्था कठिनाई के दौर से गुजर रही है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत जिस क्षमता का प्रदर्शन कर रहा है, पूरी दुनिया उससे अभिभूत है। हर भारतवासी को इस पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का यह बजट, भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में प्रदेश की भूमिका का प्रतिनिधित्व कर रहा है। प्रधानमंत्री जी ने भारत की अर्थव्यवस्था को 05 ट्रिलियन डाॅलर की बनाने का संकल्प लिया है और उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाकर कार्य आरम्भ किया है। ऐसे में प्रदेश का दायित्व है कि अपनी आबादी के अनुरूप योगदान करें। इसके लिए सर्वसमावेशी और समग्र विकास की सोच रखने वाला, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव को और मजबूत करने वाला, वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट प्रदेश की जनता को समर्पित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत किये गये बजट की अलग-अलग थीम रही है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्रस्तुत किया गया बजट प्रदेश के ‘अन्नदाता किसानों’ को समर्पित था। वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट प्रदेश के ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास’ को समर्पित था। वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट ‘महिला सुरक्षा, सम्मान तथा स्वावलम्बन’ की भावना के साथ ‘मिशन शक्ति’ के लिए समर्पित था। वित्तीय वर्ष 2020-21 में सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान प्रस्तुत बजट प्रदेश की ‘युवा शक्ति, उनके कौशल विकास, रोजगार तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट’ तथा महामारी के दौरान भी प्रदेश में रोजगार की सम्भावनाएं बाधित न हों, इसके लिए समर्पित था। वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट प्रदेश के समग्र विकास को ध्यान में रखकर ‘स्वावलम्बन तथा सशक्तीकरण’ के लिए समर्पित किया गया था। वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट ‘अन्त्योदय से आत्मनिर्भरता’ का बजट था। वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट प्रदेश के ‘त्वरित, सर्वसमावेशी, समग्र विकास की सोच के साथ आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव को मजबूत करने वाला’ बजट है।




