होली की बात हो और ब्रज का जिक्रर ना हो ऐसा हो नहीं सकता. पूरी दुनिया ब्रज की होली सबसे ज्यादा मशहूर है. होली के एक महीना पहले से ही ब्रज का कण-कण होली की मस्ती में झूम उठता है. 14 मार्च यानि आज रंगभरी एकादशी है. आज के दिन तो ब्रज में मस्ती का आलम ही कुछ और होता है. श्रद्धालु आस्था के रंग में डूबे हुए दिखाई देते हैं. मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी एकादशी के अवसर पर होली का जश्न शुरू हो गया है. रंगभरी एकादशी पर श्रीबांकेबिहारी के लिए शुद्ध केसर का रंग बनाया जाता है. सबसे पहले ठाकुर जी को रंग लगाया जाता है. इसके बाद होली का परंपरागत शुभारंभ हो जाता है. मंदिर में टेसू के रंगों के साथ-साथ चोवा, चंदन के अलावा अबीर गुलाल से होली खेली जा रही है.





