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UP-BY-ELECTION: सीएम योगी का बटेंगे तो कटेंगे का नारा हिट ,यूपी उपचुनाव में बीजेपी गठबंधन की बड़ी जीत..

सीएम योगी का बटेंगे तो कटेंगे का नारा हिट

यूपी उपचुनाव में बीजेपी गठबंधन की बड़ी जीत

बीजेपी गठबंधन को सात सीटो पर मिली जीत

सपा को दो सीटो पर ही करना पड़ा संतोष

मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर बीजेपी की ऐतिहासिक जीत

कुंदरकी सीट पर 32 साल बाद बीजेपी जीती

लखनऊ ( DNM DIGITAL): उत्तर प्रदेश में 9 उपचुनावों सीटों के परिणाम में बीजेपी ने बाजी मार ली है। तो सीसामऊ और करहल की सीट जीत कर सपा को संतोष करना पड़ा नतीजों के बाद बीजेपी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ढोल नगाड़ो और पटाखों के साथ लड्डू बांटकर जीत का जश्न मनाया। पार्टी कार्यालय पहुंचे सीएम योगी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी,डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्या ने कार्यकर्ताओं के जीत के जश्न को दोगुना कर दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया।

यूपी में नौ सीटों में हुए उपचुनाव के परिणाम आ चुके है। भाजपा सहयोगी दलों के साथ सात सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव परिणाम इस बात का साफ इशारा कर रहे हैं सीएम योगी आदित्यनाथ की आक्रामक छवि, धार्मिक एकजुटता का उनका एजेंडा और जातियों में न बंटने वाली उनकी अपील काम कर गई। वोटरों ने बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर अपनी मुहर लगाई। परिणाम बता रहे हैं कि दलितों ने सपा को उस तरह से वोट नहीं किया जैसे उसने लोकसभा के चुनावों में वोट किया था। कांग्रेस की इन चुनावों से दूरी भी सपा के लिए नुकसानदेह और बीजेपी के लिए फायदेमंद रहीं।
मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस सीट पर 1992 के बाद से भाजपा ने जीत दर्ज नहीं की थी। जातीय और सामजिक आधार पर समीकरण भाजपा के पक्ष में नहीं थे। कुंदरकी के परिणाम बताते हैं कि मुस्लिमों ने भी भाजपा के प्रत्याशी को वोट किया मुस्लिम बाहुल्य सीट पर सपा की हार ने सपा के पारंपरिक वोट बैक पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

कटेंगे तो बंटेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिया गया ऐसा नारा है जो उत्तर प्रदेश से लेकर पूरे देश में फैल गया। पीएम मोदी द्वारा भी इसी को एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे कहकर बोला गया। यूपी के उपचुनाव और महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे बता रहे हैं कि इस नारे ने जमीन तक में काम किया है।

गौरतलब है लोकसभा चुनाव के विपरीत नौ सीटों के इस चुनाव में धार्मिक एकजुटता देखने को मिली। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन चुनावों की कमान खुद अपने हाथ में ली। उन्होंने हर छोटी-बड़ी रैली में धार्मिक एकजुटता की बात कही। बंटेंगे तो कटेंगे विचारधारा के स्तर पर भाजपा की कोई नई लाइन नहीं है। भाजपा सदैव ही हिंदुओं के एकजुट रहने की बात कहती आई है लेकिन इन चुनावों में इस नारे ने एक अलग तरह का असर किया। चुनाव परिणाम बता रहे हैं कि लोगों ने जाति के ऊपर धर्म को चुना। तो वही कांग्रेस का उपचुनाव में दूरी बनाने का भी प्रदेश में इसका असर रहा। संविधान और जातीय जनगणना को प्रमुखता से उठाने वाले राहुल गांधी यूपी से पूरी तरह से गायब रहे। जिसके चलते विपक्ष को निराक्षा झेलनी पड़ी।