संभल में बवालियों का बचना मुश्किल, फोटो का पोस्टर छपवा रही पुलिस, इंटरनेट बैन बढ़ा संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को हुई हिंसा तीसरे दिन मंगलवार को भी शहर में तनावपूर्ण शांति बनी रही। इंटरनेट सेवाएं मंगलवार को भी बहाल नहीं हो सकीं। प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट पर प्रतिबंध 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया है।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व वीडियो के आधार पर सौ से अधिक उपद्रवियों की पहचान कर ली है। इनके पोस्टर जारी किए जाएंगे। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। मंगलवार को स्कूल तो खुले लेकिन, बच्चों की उपस्थिति न के बराबर रही। वहीं, जामा मस्जिद के आस-पास के इलाकों को छोड़कर शहर के बाजार पूरी तरह से खुले लेकिन वहां सन्नाटा फैला रहा। शहर में शांति बहाल करने के लिए पुलिस अधिकारी लगातार गश्त कर रहे हैं।
बता दें कि शाही जामा मस्जिद के पूर्व में हरिहर मंदिर होने के वाद पर कोर्ट ने रमेश राघव को कोर्ट कमिश्नर तैनात किया है। बीते रविवार को उनकी टीम जब दूसरी बार सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंची तो बवाल हो गया। आक्रोशित लोगों ने पथराव, फायरिंग और आगजनी कर दी थी। हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनभर अधिकारी पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस मामले में सोमवार को पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, विधायक पुत्र सुहेल इकबाल समेत 2500 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से कराने का भी निर्णय लिया गया है।
पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान के लिए मंगलवार को मस्जिद के पीछे की दुकानों में लगे सीसीटीवी के डीवीआर भी जुटाए। हालांकि उपद्रवियों ने कई कैमरे हिंसा के दौरान तोड़ दिए थे। पुलिस अब तक सौ से से अधिक उपद्रवियों की पहचान कर लेने का दावा कर रही है। फुटेज और वायरल वीडियो से अन्य उपद्रवियों की पहचान के लिए साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है।
मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि संभल बवाल में नामजदों के फोटोयुक्त पोस्टर जारी होंगे। इसके लिए संभल के कप्तान ने तैयारी कर ली है। दोबारा ऐसा बवाल दोबारा न हो इसके लिए सारे उपाय किए जा रहे हैं। उपद्रव करने वाले शेष लोगों की पहचान भी अलग-अलग साक्ष्य के आधार पर की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी लगातार नजर है।
डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज जी ने कहा कि किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी लेकिन जो भी बवाल में शामिल रहे हैं उन्हें कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामाना करना होगा। पुलिस उपद्रवियों की पहचान के लिए साइबर सेल की लिए मदद ले रही है। फिलहाल संभल में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। आज दुकानें खुली हैं। आगवामन भी हो रहा है। पूरा जनजीवन शांति से चल रहा है।
डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया के अनुसार उपद्रवियों की पहचान के साथ उन्हें पकड़ने का कार्य तेजी से चल रहा है। शहर में शांति का माहौल है। जनजीवन पटरी पर आ गया है। उपद्रवियों से नुकसान की भरपाई कराई जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि व सूचनाओं का आदन-प्रदान बचाने के लिए इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे और बढ़ा दी गई है।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि पुलिस ने सीसीटीवी व वीडियो के आधार पर सौ से अधिक उपद्रवियों की पहचान कर रही है। जिनको पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द सभी उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। शहर में शांति बनी हुई है। व्यापारियों से भयमुक्त होकर दुकान खोलने के लिए कहा गया है।
नहीं पहुंची सपा की टीम, नजरबंद रहे नेता
मुरादाबाद। सपाइयों के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को संभल नहीं पहुंच सका। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल के लिए नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया था लेकिन सोमवार देर रात से ही प्रमुख सपा नेताओं के घरों पर पुलिस का कड़ा पहरा बैठा दिया गया था। वे बाहर भी पुलिस के पहरे में ही निकले। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सपा के मुरादाबाद जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने बताया कि पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर संभल जाने का कार्यक्रम निरस्त किया है।