- UP Board Exam 2021 : यूपी बोर्ड में बार-बार बोर्ड परीक्षाएं स्थगित होने से 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स निराशा और असमंजस का सामना कर रहे हैं. वह तय नहीं कर पा रहे हैं कि अगली कक्षाओं में एडमिशन के एंट्रेंस के लिए पढ़ें या बोर्ड परीक्षाओं के लिए.
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में भयावह होती कोरोना संक्रमण की स्थिति के चलते 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 20 मई तक के लिए स्थगित की जा चुकी हैं. यूपी सरकार ने पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों और सभी कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय लिया है. आदेश में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षाओं के नए टाइम टेबल पर विचार मई के पहले सप्ताह में किया जाएगा. यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पहले 24 अप्रैल से शुरू होने वाली थीं. लेकिन पंचायत चुनाव के मद्देनजर इन्हें टालकर 8 मई से कर दिया गया था. इसके बाद कोरोना संक्रमण की बेकाबू होती स्थिति के चलते एक बार फिर से इसे स्थगित करना पड़ा.
बार पर परीक्षा शेड्यूल में बदलाव और अनिश्चितता का स्टूडेंट्स पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. परीक्षाएं टलने से कई स्टूडेंट्स निराश हैं. स्टूडेंट्स का कहना है, उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे बोर्ड परीक्षा की तैयारी करें या अगले कक्षा की पढ़ाई. 12वीं के कई छात्रों को यूजी में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करनी है. लेकिन वह अनिश्चितता की स्थिति में फंस गए हैं.
सीबीएसई के छात्र भी परेशान
इस स्थिति का सामना यूपी बोर्ड ही नहीं सीबीएसई के 10वीं के छात्र भी कर रहे हैं. छात्रों के मन में सवाल है कि आखिर 11वीं में किस आधार पर सब्जेक्ट का सेलेक्शन किया जाए. पहले छात्र अपनी रुचि के साथ 10वीं के नतीजों और विषयों में मिले अंकों के आधार पर 11वीं में सब्जेक्ट का सिलेक्शन करते थे लेकिन इस बार परीक्षा ही नहीं होगी और मार्क्स किस क्राइटेरिया में दिये जाएंगे इसे लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है.