यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर विधानसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में संवाद का सिलसिला चलता रहना चाहिए लेकिन विपक्ष के लोगों ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान जिस तरह का व्यवहार किया वह शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि सत्ता का विरोध करते हुए कई बार विपक्ष के लोग ऐसे बयान देते हैं जिससे प्रदेश की छवि खराब होती है। मैं विपक्ष के लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या ये प्रदेश आपका नहीं है? क्या ये प्रदेश सिर्फ सत्ता पक्ष का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में हमारा जैसा व्यवहार होता है वैसी ही छवि लोग हमारे बारे में बनाते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यहां पर कोई लाल टोपी पहनता है। कोई हरी टोपी पहनता है। लोग कहीं विधायिका को नाटक कंपनी का पात्र न समझ लें इसका हमें ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर आप लाल टोपी की जगह पगड़ी पहनकर आते तो और भी अच्छा होता।
उन्होंने कहा कि मार्च में जब कोरोना का संकट शुरू हुआ तो हमारे पास एक दिन में सिर्फ 60 टेस्ट करने की क्षमता थी लेकिन आज हर रोज दो लाख टेस्ट कर सकते हैं। हमारी कोरोना प्रबंधन क्षमता का ही असर है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को हमारे प्रयासों की सराहना करनी पड़ी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में हर किसी ने योगदान दिया। जनप्रतिनिधियों, संस्थाओं और लोगों ने जैसे ही हो सकता था मदद की। कोरोना के दौरान प्रदेश सरकार की तरफ से गरीबों व मजदूरों को राहत पैकेज दिया। मुख्यमंत्री योगी ने जानकारी दी कि प्रदेश में इस समय करीब 2000 कोरोना के मामले सक्रिय हैं। अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या 500 है और उत्तर प्रदेश का कोरोना रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है।