प्रदेश सरकार के बजट में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग क्षेत्र को भी तवज्जो दी गई है। पावरलूम बुनकरों को सरकार की ओर से रियायती दर पर बिजली देने की घोषणा की गई। इससे पावरलूम उद्योग में नई जान आ सकेगी। शहर में करीब पांच हजार पावरलूम बुनकर हैं।
ये लोग दरी, चादर, बेड कवर, तिरपाल आदि का कपड़ा तैयार करते हैं। चंदारी, सुजातगंज, फेथफुलगंज, खपरा मोहाल, प्रेमनगर, बेगमपुरवा में बड़े स्तर पर काम होता है। लूम बिजली से चलते हैं। सस्ती बिजली मिलने से इनके उत्पाद सस्ते हो सकेंगे। पिछले बजट में भी कुछ प्रावधान सरकार ने किए थे।
बुनकरों का कहना है सरकार जो भी सुविधा दे, उसे सीधे उन तक पहुंचाने की व्यवस्था करे। रियायती दर पर बिजली मिलने से उत्पाद की कास्ट में कमी आएगी। लोग फिर इन पावरलूमों को चलाने के लिए आगे आएंगे। इससे रोजगार भी बढ़ेेंगे। सरकार ने इस बजट में 25 हजार लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है।
बातचीत
सरकार का यह अच्छा कदम है। बिजली सस्ती दर पर मिलेगी तो उत्पाद भी सस्ते होंगे। बाजार में उत्पाद प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे। सरकार योजना का लाभ सीधा बुनकरों को दे।- असलम अंसारी, प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय बुनकर समाज
इस क्षेत्र में शहर के अलग-अलग हिस्सों में अभी छह-सात हजार लोग इससे जुड़े हैं। सरकार के कदम से नये लोग इन पावरलूमों को चलाने के लिए आगे आएंगे तो रोजगार और बढ़ेंगे