दुनियाभर में हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है. इसे सेंट वेलेंटाइन डे और सेंट वेलेंटाइन फीस्ट भी कहा जाता है. यह दिन प्यार के सेलिब्रिशन के लिए समर्पित है. जबकि वास्तव में यह शहीद सेंट वैलेंटाइन को सम्मानित करने के लिए एक छोटे से वेस्टर्न क्रिश्चियन फीस्ट रूप में शुरू हुआ था. बाद में किंवदंती के साथ इसे प्रेम से जोड़ दिया गया.
सेंट वेलेंटाइन फीस्ट पोप गेलैसियस प्रथम की ओर से 496 ईस्वी में 14 फरवरी को एक कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया था. धीरे-धीरे यह एक ट्रेडिशन बन गया जिस पर कपल फूलों, उपहारों और ग्रीटिंग कार्ड के माध्यम से एक-दूसरे के लिए प्यार का इजहार करने लगे.
कई रीजनल परंपराओं का भी होता है पालन कुछ रीजन्स में दूसरे क्षेत्रीय रीति-रिवाजों का भी पालन किया जाता है. उदाहरण के लिए नॉरफ़ॉक में एक करैक्टर जिसे ‘जैक’ वेलेंटाइन कहा जाता है, घरों के दरवाजों को नोक करता है और बच्चों के लिए मिठाई और गिफ्ट वहां पर छोड़ता है. स्लोवेनिया जैसी जगहों पर इस दिन अंगूर के बागों और खेतों में काम शुरू होता है.
भारत में 1992 के बाद बढ़ा चलन प्यार के जश्न का यह स्पेशल ऑकेजन अब सप्ताह भर का उत्सव बन गया है जिसे वेलेंटाइन वीक कहा जाता है. यह वीक 7 फरवरी को रोज डे से शुरू होता है और 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के साथ समाप्त होता है. वेलेंटाइन डे सेलिब्रेशन भारत में 1992 तक नहीं होता था.यह आर्थिक उदारीकरण के अलावा टीवी विज्ञापनों और रेडियो कार्यक्रमों के जरिए फैला.