उत्तर प्रदेश लखनऊ

यूपी : पोंजी स्कीम से तीन अरब की धोखाधड़ी करने में दो रीजनल डायरेक्टर गिरफ्तार

यूपी एसटीएफ ने पोंजी स्कीम चलाकर देश के करीब 10 लाख लोगों से तीन अरब की धोखाधड़ी करने वाली विदेशी कम्पनी सोलमैक्स के दो रीजनल डायरेक्टरों को शुक्रवार को लखनऊ में गिरफ्तार किया है। ये लोग एजुकेशन पैकेज के नाम फर्जी कम्पनी और फर्जी रजिस्ट्रेशन दिखाकर लोगों को ठगते रहे। स्पीक एशिया की तरह इसमें भी नया सदस्य बनाने पर पुराने सदस्य को कमीशन दिया जाता था। बस, ऐसे ही इस कम्पनी ने यूपी में करीब 20 हजार लोगों से करोड़ों रुपये जमा करा लिये थे। इस बारे में गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज होने पर एसटीएफ को पड़ताल में लगाया गया था तब इसका खुलासा हुआ।

एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक पकड़े गये लोगों में गोमतीनगर, सरस्वती अपार्टमेंट निवासी अनिरुद्ध नारायण और गोमती नगर विस्तार निवासी दीपक राय हैं। इनके पास से सोलमैक्स कम्पनी के 13 फर्जी दस्तावेज, तीन मोबाइल फोन, 10 एटीएम बरामद हुए हैं। एसटीएफ को पता चला था कि एक मल्टीलेवर मार्केटिंग  कम्पनी आईग्नीटर 100 व सोलमैक्स ग्रुप वेवसाइट के जरिये भारत में अपना कारोबार कर रही है। जबकि ये कम्पनी अपने देश में रजिस्टर्ड नहीं है। पड़ताल में आया कि पाकिस्तान का रहने वाला अब्दुल रहमान सन्धु और उसके साथियों ने इस कम्पनी को ब्रिटेन में रजिस्टर्ड करा रखा है लेकिन वहां कारोबार न करके भारत में पोंजी स्कीम चला रहा है।

दुबई में बैठा शख्स करा रहा था लेन-देन
एसटीएफ ने बताया कि होशियारपुर, पंजाब का रहने वाले राकेश सैनी दुबई में रहकर जूम एप के माध्यम से पोंजी स्कीम को भारत में चला रहा है। गिरफ्तार रीजनल डायरेक्टर उससे मिलने दुबई गये थे। इन दोनों को उसने काफी रकम देने का वायदा किया था। इसके बाद ही इन लोगों ने लखनऊ में अपने घरों से ऑन लाइन काम शुरू कराकर ठगी शुरू कर दी थी।

विदेशी खातों में जमा करायी रकम
गिरफ्तार अनिरुद्ध ने बताया कि वे लोग एजुकेशन पैकेज ऑनलाइन बेचते थे। इसके लिये यूपी में करीब 20 हजार लोग सदस्य बने। इनसे सदस्यता शुल्क के तौर पर 25 पौण्ड से लेकर पांच हजार पौण्ड वसूले गये। भारतीय मुद्रा में यह रकम 25 सौ रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक ली गई। ये रकम विदेशी खातों में जमा करायी गई। अब तक पांच करोड़ रुपये की रकम विदेशी खातों में जमा करवायी जा चुकी है। इन लोगों ने अपने चंगुल में फंसे सदस्यों को यह भी झांसा दिया था कि उनके शेयर जल्दी ही कई गुना मुनाफा देंगे जबकि उनकी कम्पनी का कोई शेयर कभी मार्केट में आया ही नहीं। अनिरुद्ध ने बताया कि पंजाब में गुरुप्रीत सिंह, गुजराज में अमरजीत व संजय सोनरक भी उनकी तरह रीजनल डायरेक्टर बनकर काम कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में वहां सूचना दे दी गई है।

मर्सिडीज कार तक गिफ्ट में दी
गिरफ्तार दीपक ने बताया कि उनकी कमाई नये मेम्बर से मिलने वाले सदस्यता शुल्क से ही होती थी। इसके लिए ही वह लोग ज्यादा मेम्बर जोड़ने पर मर्सिडीज कार, बीएमडब्ल्यू कार, आईफोन जैसे महंगे गिफ्ट एक तय टार्गेट पूरा करने पर देते थे। इसके लिये बाकायदा बड़े होटलों में पार्टी रखी जाती थी। एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर मनोज पाण्डेय ने बताया कि इस तरह की स्कीम चलाना डिपार्टमेंट ऑफ कन्ज्यूमर अफेयर्स भारत सरकार के द्वारा डायरेक्ट सेलिंग एवं नेटवर्क मार्केटिंग के लिए जारी गाइडलाइन का उल्लंघन है।

पोंजी स्कीम में न फंसें लोग-एडीजी
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने लोगों से अपील की है कि पोंजी स्कीम के नाम पर ये लोग एजुकेशन पैकेज ऑनलाइन बेच रहे हैं। जबकि इन सबका इन पैकेज से कोई लेना-देना नहीं है। यह सब कुछ फर्जी है।  जालसाजों ने आईग्निटर-100 और सोलमैक्स कम्पनी को मार्केटिंग फेस के तौर पर सामने है। इस संदिग्ध कम्पनी के किसी भी झूठे वायदों के शिकार न बने।