एलडीए ने बुधवार को कैरियर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज के चेयरमैन अजमत अली खान, कैरियर डेंटल कॉलेज के इकबाल अली खान तथा इनके रिश्तेदार अब्दुल अजीज खान के खिलाफ भूमाफिया की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई। इन लोगों पर एलडीए की प्रबंध नगर योजना की करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन पर प्लॉटिंग कर बेचने का आरोप है। एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर शुक्रवार की देर शाम प्राधिकरण के अमीन सुशील कुमार रावत ने इन तीनों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई।
एलडीए ने प्रबंधन नगर आवासीय योजना भाग 2 में ग्राम अल्लू नगर डिगुरिया की 324.633 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की है। इसका अधिग्रहण 2007-08 में हुआ था। इस योजना की 277.15 हेक्टेयर भूमि का कब्जा भी एलडीए को 26 सितंबर 2015 को मिल गया था। एलडीए ने मुआवजे की धनराशि भी अपर जिलाधिकारी के कार्यालय में जमा करा दी थी। जहां से इसे जिला जज लखनऊ के न्यायालय में मुआवजे के लिए जमा करा दिया गया। जमीन का स्वामित्व एलडीए का हो गया है। एलडीए की तहरीर के मुताबिक इसके बावजूद अब्दुल अजीज खान, कैरियर इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल आई आई एम रोड के चेयरमैन अजमत अली तथा इकबाल अली ने अवैध व अनाधिकृत रूप से जमीन पर कब्जा किया। आमजन को गुमराह करते हुए अवैध तथा अनाधिकृत प्लाटिंग कर भूमि का विक्रय किया।
एलडीए ने अपनी तहरीर में लिखा है कि इकबाल अली पुत्र अमजद अली जिसके ऊपर यूपी गैंगस्टर अधिनियम के तहत अभियोग भी पंजीकृत है। भू माफिया है। यह अन्य लोगों के साथ मिलकर एलडीए की भूमि को किसान सेवा समिति के नाम से अपनी जमीन दर्शाते हुए कूट रचित प्रपत्रों के माध्यम से बेच रहे हैं। इसकी वजह से एलडीए को करोड़ों की क्षति हो रही है। जो एक गंभीर अपराध है। प्राधिकरण की तहरीर पर पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर लिया है।
2 दिन पहले एलडीए ने तोड़े थे निर्माण
एलडीए ने अपनी प्रबंध नगर योजना की जमीन पर प्रॉपर्टी डीलर अब्दुल अजीज खान की तरफ से की गई प्लाटिंग को 10 फरवरी को तोड़ा था। यहां इन लोगों ने जितने प्लॉट बेचे थे उनमें बाउंड्रीवाल एलडीए ने गिरा दी थी। इसको लेकर लोगों ने काफी हंगामा भी किया था। प्राधिकरण के विहित प्राधिकारी ने ही इसे तोड़ने का निर्देश दिया था। एलडीए ने निर्माण तोड़कर काफी जमीन खाली कराई थी
प्रॉपर्टी डीलरों ने ही फसाई है एलडीए की प्रबंध नगर योजना
एलडीए की प्रबंध नगर योजना अब तक मूर्त रूप ले चुकी होती लेकिन प्रॉपर्टी डीलरों तथा भूमाफिया की वजह से आज तक यह योजना विकसित नहीं हो पाई। करीब 2000 एकड़ की इस टाउनशिप में आज तक एलडीए काम नहीं शुरू करा सका है। जबकि वह इसके लिए 200 करोड रुपए मुआवजा भी दे चुका है। भूमाफिया व प्रॉपर्टी डीलर किसानों को मिलाकर अधिग्रहित जमीनें बेच रहे हैं। प्राधिकरण को वह जमीन पर कब्जा नहीं करने देते। एलडीए जब कार्रवाई शुरू करता है तो यहां के तमाम प्रॉपर्टी डीलर व भूमाफिया आगे आ जाते हैं। पहली बार इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की तैयारी की गई है।
सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले भूमाफिया व प्रॉपर्टी डीलर बचेंगे नहीं। एक-एक के खिलाफ कार्रवाई होगी। अब्दुल अजीज खान, इकबाल अली तथा अजमत अली ने सरकारी जमीनों पर कब्जे किए हैं। यह भू माफिया हैं। इनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई गई है।
अभिषेक प्रकाश, एलडीए उपाध्यक्ष व जिलाधिकारी