आगरा। शहर में दवाइयों के गोदामों पर चल रही ताबड़तोड़ छापेमारी के क्रम में सोमवार को आगरा पुलिस के साथ ड्रग एवं औषधि विभाग ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। यह कार्रवाई इतनी बड़ी थी कि छापा मारने वाली टीम में आगरा के अलावा हाथरस, फिरोजाबाद, बुलंदशहर और बागपत जिले के ड्रग इंस्पेक्टर भी मौजूद रहे। आरोप है कि यहां पर एक्सपायरी दवाओं को रीपैकेजिंग कर आगरा सहित अन्य जिलों में ऊंचे दामों में बेचा जा रहा था। मामला थाना सिकंदरा क्षेत्र के सेक्टर 12 में राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर नाम की फर्म से जुड़ा है। जानकारी के मुताबिक आगरा शहर के अलावा उत्तर प्रदेश के कई शहरों में एक्सपायरी दवाइयों के रिपैकेजिंग कर बेचे जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद प्रदेश के 5 जिलों की ड्रग और औषधि विभाग की टीम ने आगरा पुलिस के साथ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। सामने आया है कि राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर नाम की फर्म के बैनर तले प्रदीप और धीरज राजौरा नाम के दोनों भाई एक्सपायरी दवाओं का यह काला कारोबार कर रहे थे। मौके से पुलिस ने एक्सपायरी दवाओं का बड़ा जखीरा बरामद किया है।
छापे के दौरान आगरा एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे। छापा मारने के दौरान गोदाम में बड़ी संख्या में कार्टन रखे हुए मिले जिसमें एक्सपायरी दवाइयां भरी हुई थी। इसके अलावा कई एस्पायरी दवाइयों को पैकेजिंग कर अन्य जिलों में भेजे जाने की तैयारी की थी। मौके पर मौजूद एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर फर्म द्वारा एक्सपायर दवाइयों के रीपैकेजिंग कर बेचे जाने की जानकारी मिली थी। जिस पर यहां रेड डाली गई है। कार्रवाई चल रही है। प्रथम दृष्टया मामले में यह फर्म दोषी पाई गई है, साथ ही यह पता लगाए जाने का प्रयास किया जा रहा है कि यहां से आगरा के अलावा अन्य जिलों में किस तरह से दवाइयों की सप्लाई कर बिक्री के लिए भेजा जा रहा था।