गाजियाबाद. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के आदेश के बावजूद किसान गाजीपुर बॉर्डर (Ghazpur border) पर धरना खत्म करने को तैयार नहीं हैं। भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने भी सरेंडर करने के इंकार कर दिया है व कहा कि वह अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। सरकार के साथ जब तक बातचीत जारी है तब तक धरनास्थल को वह नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने यहां से पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं भी हटा दी हैं। हम अपने गांवों से पानी लेकर आएंगे।
टिकैट के हट को देखते हुए गाजियाबाद एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को सीआरपीसी की धारा 133 के तहत नोटिस भेजा दिया है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। हालांकि सीएम योगी ने किसी भी किसान को नुकसान न पहुंचाने के पुलिस प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं। मौजूदा हालातों को देखते हुए वह एडीजी एलओ लॉ एंड ऑर्डर के साथ बैठक कर रहे हैं। बॉर्डर को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन किसानों को मनाने में लग गई है। उधर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर से धरना खत्म करने के लिए कहा है। सिसौली में महापंचायत के दौरान नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों की पिटाई से अच्छा है कि वो धरना खत्म कर दें।
गोली चलेगी तो खाएंगे- राकेश टिकैत राकेश टिकैत ने इससे पहले कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन धरनास्थल खाली नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के बाद मेरे व मेरे साथियों के साथ क्या होगा यह मुझे पता है। गोली चलेगी तो गोली खाएंगे। उन्होंने धमकी देते हुए यह भी कहा कि यदि धरना खत्म हुआ तो मैं यहीं पर फांसी लगा लूंगा। टिकैत ने आगे कहा कि अगर यहां कोई गड़बड़ी हुई तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदारी होगा।
लाल क़िले पर किसने हिंसा फैलाई इसकी जांच हो-
टिकैत ने इससे पहले मांग की लाल क़िले पर किसने हिंसा फैलाई इसकी सुप्रीम कोर्ट जांच करे। उन्होंने कहा कि हमारे साथ छल हुआ है, एक कौम को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि तिरेंगे का अपमान गलत है, दीप सिद्धू का कनेक्शन किसके साथ है, सुप्रीम कोर्ट को इस बात की जांच करनी चाहिए।